न्यूज11 भारत
रांची: गिरिडीह. बगोदर थाना क्षेत्र के घाघरा ग्राम निवासी खिरो महतो के 35 वर्षीय पुत्र धानेश्वर महतो की ओमान में मौत 20 दिनों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी शव भारत नहीं लाया जा सका हैं. जिसकी वजह से अब तक पूरा परिवार सदमे से गुजर रहा हैं. पति के शव को ओमान से मंगाने को लेकर पत्नी गीता देवी गुहार लगा रही हैं. मगर अभी तक शव नहीं लाया जा सका है.
अपनी पीड़ा बयां करते हुए पत्नी गीता देवी ने बताया कि परिवार की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए तीन महीने पूर्व पति धानेश्वर महतो काम करने के लिए ओमान गए थे. वहाँ एनसीसी कंपनी के पेटी में काम कर रहे अलक्रश कंपनी में कार्यरत थे मगर इसी बीच अचानक 28 दिसंबर 2022 को उनकी मौत का समाचार मिलने पर दुःखो का पहाड़ टूट पड़ा.
ये भी पढ़ें- अलकतरा घोटाला: कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर की सात संपत्तियां जब्त, जानिए इडी की बड़ी कार्रवाई
पत्नी का कहना हैं कि मौत को लगभग 20 दिनों का समय बीतने को हैं अभी तक ओमान से उसके पति का शव यहां नहीं पहुंच सका है. शव का अंतिम संस्कार नहीं होने से परिवार के सदस्य परेशान हैं. उनके पुत्र साजन कुमार (12), कुंदन कुमार(07) की लालन-पालन व पढाई लिखाई को लेकर काफी चिंतित हैं.
वहीं प्रवासी मजदूरों के हितार्थ में हमेशा कार्य करने वाले समाजिक कार्यकर्ता सिकन्दर अली का कहना हैं कि धानेश्वर महतो की मौत लगभग 20 दिनो से अधिक समय जाने के बाद भी शव नहीं आ सका हैं. जिससे उनकी मौत से आज पूरा परिवार सदमें में हैं और परिवार वाले काफी चिंतित हैं.
फिलहाल एक बूढे माता-पिता जिसका बेटा पहली उसकी नजरों से दूर हुआ और अब उसकी जिंदगी से दूर हो गया और आखिरी बार उसका चेहरा भी देखने को नहीं को मिल रहा हैं. उस माता पिता पर क्या बीत रही होगी ये तो सभी लोग जान सकते हैं. इसलिए सरकार से निवेदन करना चाहूँगा कि धानेश्वर महतो का शव ओमान से उचित मुआवजे के साथ जल्द भारत वापस लाया जाय. ताकि उनका अंतिम संस्कार किया जा सके.