रांची: ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म Flipkart ने फार्मेसी की दुनिया में कदम रखा है. जिससे चलते अब आप घर बैठे ऑनलाइन दवा मंगा पाएंगे. इसके लिए फ्लिपकार्ट ने Flipkart Health+ को लॉन्च किया है. फ्लिपकार्ट हेल्थ प्लस ने कोलकाता स्थित कंपनी सस्तासुंदर (Sastasundar Marketplace) में मेजोरिटी स्टेक खरीदने का फैसला किया है. सस्तासुंदर ऑनलाइन फार्मेसी और डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल मंच सस्तासुंदरडॉटकॉम (SastaSundar.com) का संचालित करती है.
ये होगा फायदा
कंपनी ने कहा कि वह फ्लिपकार्ट हेल्थ प्लस मंच शुरू करेगी, जिसको फ्लिपकार्ट समूह की संयुक्त ताकत का लाभ मिलेगा. फ्लिपकार्ट हेल्थ प्लस लाखों भारतीय उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण और किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का प्रयास करेगा. सस्तासुंदर की स्थापना 2013 में बी एल मित्तल और रविकांत शर्मा ने की थी.
वर्तमान में इतने फार्मेसी है शामिल
SastaSundar.com पर डिजिटल हेल्थकेयर और फार्मेसी की सुविधा मिलती है. इसके नेटवर्क में वर्तमान में 490 फार्मेसी शामिल हैं. इस कंपनी का मकसद देश की जनता को सस्ता और ओरिजिनल मेडिसिन की डिलिवरी करना है. इसके लिए कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा ऐनालिटिक्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है.इस अधिग्रहण के बाद सस्ता सुन्दर डॉट कॉम को फ्लिपकार्ट के पैन इंडिया नेटवर्क का फायदा मिलेगा.
इनलोगों से होगा मुकाबला
ऑनलाइन फार्मेसी में कॉम्पटिशन बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इस बाजार में फ्लिपकार्ट का मुकाबला रिलायंस के NetMeds, टाटा ग्रुप के 1mg फार्मेसी, PharmEasy और Amazon Pharmacy से होगा. कोरोना काल में ऑनलाइन फार्मेसी का बाजार बहुत तेजी से विस्तार किया है. यही वजह है कि ई-कॉमर्स कंपनियां इस बाजार में एंट्री ले रही हैं.
इतना बिलियन का है मार्किट
भारत में ऑनलाइन हेल्थकेयर का बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 तक देश का e-health सेक्टर 16 बिलियन डॉलर का हो जाएगा. वर्तमान में यह 1.2 अरब डॉलर का है. RedSeer Consulting की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन हेल्थकेयर सेक्टर 68 फीसदी की दर (CAGR)से विकास करेगा. रेडसीर की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का ओवरऑल हेल्थकेयर इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2024-25 तक 17 फीसदी की दर से विकास करेगा. तब इसका आकार 353 बिलियन डॉलर का हो जाएगा. यह जीडीपी का करीब 7 फीसदी होगा.