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रांची/डेस्कः पवित्र अमरनाथ धाम में शिवलिंग के दर्शन और पूजा के लिए देश के कोने कोने से हर साल मई से जून महीने में श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचते है. यहां मौजूद शिवलिंग हर वर्ष सर्दी के मौसम में होने वाली बर्फबारी में अपना आकार लेता है. हर साल की तरह इस साल भी शिवलिंग ने अपना आकार ले लिया है. इसी बीच आपके लिए बड़ी अच्छी खुशखबरी है. दरअसल, इस पवित्र गुफा में हिम शिवलिंग की पहली तस्वीर सामने आ गई है. पवित्र गुफा में शिवलिंग इस बार करीब 8 फीट ऊंचा है.
इस आधिकारिक वेबसाइट से करें यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन
आपको बता दें, पवित्र धाम अमरनाथ के लिए हर साल मई-जून महीने में यात्रा की शुरूआत होती है इस बार यह यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है. जो करीब 50 दिनों तक चलेगी. इसके साथ ही इस यात्रा का समापन रक्षाबंधन के दिन 19 अगस्त को होगी. अगर आपने पवित्र अमरनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पंजीकरण (Registration) नहीं कराया है तो जल्दी करें. क्योंकि पंजीकरण की प्रक्रिया 15 अप्रैल (सोमवार) से ही शुरू हो चुका है. आप इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट
jksasb.nic.in पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं.
जानकारी के लिए आपको बता दें प्रति वर्ष दो मार्गों से इस पवित्र गुफा के लिए यात्रा होती है इसमें यात्री अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा और संकरा बालटाल मार्ग से पवित्र गुफा की तरफ शिवलिंग का दर्शन करने के लिए पहुंचते है. अमरनाथ यात्रा का आयोजन जम्मू कश्मीर सरकार और श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के संयुक्त सहयोग से किया जाता है.
गिरते हुए पानी की बूंदों से निर्माण होता है शिवलिंग
बाबा अमरनाथ की गुफा समुद्र तल से लगभग 3800 मीटर (12,756 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. और इस गुफानुमा पवित्र अमरनाथ मंदिर तक पहुंचकर शिवलिंग के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को करीब 35 से 48 किमी की यात्रा करनी पड़ती हैं इस पवित्र गुफा में मौदूग शिवलिंग की खासियत है कि शिवलिंग गिरते पानी की बूंदों से बनता है. जिसे श्रद्धालु बड़े ही भक्तिभाव के साथ दर्शन के लिए पहुंचते है. हालांकि यह तीर्थयात्रा अपने भू तल में स्थित जगह और पर्यावरण की वजह से एक कठिन ट्रैक है. वहीं अगर मंदिर के दर्शन करने के इच्छुक श्रद्धालुओं को ऊंचाई और दूरी को तय करने के लिए काफी अच्छी सेहत का होना जरूरी है.