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रांची: राजधानी के सदर अस्पताल में फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत होने के मामले में जांच जारी है. 29 प्रमाण फर्जी प्रमाण पत्र जारी हुए थे. इधर, रांची के ही नामकुम में भी फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. नामकुम बीडीओ की ओर से नामकुम थाना को इसकी लिखित शिकायत की गई है. जिसमें कहा गया है कि कुटियातु पंचायत के उप रजिस्ट्रार के नाम से जाली जन्म-मृत्यु प्रमाण निर्गत करने वाले दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई की जाए. वहीं, कुटियातु पंचायत के रजिस्ट्रार की ओर से भी थाने में इसकी लिखित शिकायत की गई है. इस संबंध में पूछने पर नामकुम थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच के लिए खरसीदाग प्रभारी को कहा गया है. रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
क्या हुई है शिकायत
कुटियातु पंचायत के पंचायत सचिव सह रजिस्ट्रार तेज नारायण सिंह की ओर से थाने को की गई लिखित शिकायत में कहा गया है कि रजिस्ट्रार के बदले उप रजिस्ट्रार के नाम से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा जो गैरकानूनी है. ऐसे में उप रजिस्ट्रार पदनाम से जाली प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.
सदर अस्पताल से 29 फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र हुआ था जारी
राजधानी के सदर अस्पताल से 29 फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुए थे. जिसमें 22 जन्म और 7 मृत्यु प्रमाण पत्र थे. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक सह रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) ने लोअर बाजार थाना में लिखित शिकायत की 21 अगस्त को की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि सदर अस्पताल रांची का जन्म-मृत्यु से संबंधित आईडी-पासवर्ड अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हैक कर फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र जारी किया गया है. मालूम हो कि यह प्रमाण पत्र इस साल 16 से 18 अगस्त के बीच जारी हुए थे. 29 प्रमाण पत्रों में सिर्फ 5 का ही पता रांची जिला का था. बाकी सभी प्रमाण पत्र पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, सरायकेला-खरसांवा, देवघर, जामताड़ा, गुमला, दुमका, रामगढ़, हजारीबाग का पता दर्ज था. इस मामले की जांच अभी भी पुलिस की ओर से की जा रही है.
669 सेंटर से जारी हो रहा है प्रमाण पत्र
राजधानी में रांची नगर निगम, सदर अस्पताल, रिम्स, बुंडू नगर पंचायत और मिलिट्री हॉस्पिटल नामकुम सहित 669 सेंटरों से जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा है. राजधानी के 359 सीएचसी, पीएचसी के अलावा 305 पंचायतों में सेंटर बनाए गए हैं. पंचायत में पंचायत सचिव को ही रजिस्ट्रार बनाया गया है.