न्यूज11 भारत
रजरप्पा में पिछले दो महीने से हाथियों का आतंक देखा जा रहा है, जिससे ना सिर्फ ग्रामीण भयभीत हैं, बल्कि मां छिन्नमस्तिका मंदिर आने वाले श्रद्धालु भी डर के साये में पूजा करने जा पा रहे हैं. आज यानी रविवार को दिन के उजाले में भी हाथियों के झुंड को रजरप्पा मंदिर मार्ग में देखा गया, जिससे श्रद्धालुओं व दुकानदारों में भी भय देखा जा रहा है. वहीं, कई एकड़ फसल को भी नष्ट कर दिया गया है.
रजरप्पा वन क्षेत्र में हाथियों का आतंक नया नहीं है. जब भी धान, अरहर व आलू की फसल लगती है. हाथियों का आतंक जंगल से निकलकर गांवों तक पहुंच जाती है. इस वर्ष हाथियों ने आधा दर्जन ग्रामीण व राहगीरों को घायल भी क्या है. वहीं, हाथियों के आतंक से कई एकड़ फसल भी नष्ट हो गए हैं. मगर वन विभाग केवल खानापूरी कर पुरानी पद्धति से मशाल जलाकर देखावा कर रही है. ऐसे में जहां ग्रामीणों व श्रद्धालुओं की जान सांसत में है, ग्रामीणों ने विभाग से कोई ठोस पहल करने की मांग की है.
वहीं, वन विभाग के अधिकारी हाथियों को भगाने में भी वन ग्राम रक्षादल का ही सहारा ले रही है, जो घने जंगल में जाने से कतरा रही है. जिसके कारण दो माह बाद भी हाथियों का झुंड रजरप्पा क्षेत्र में मौजूद है. अगर वन विभाग के अधिकारियों का रवैया ऐसा ही ढुलमुल रहा तो ग्रामीणों व श्रद्धालुओं की जान ऐसे ही सांसत में रहेगी. उम्मीद यही है कि वन विभाग के अधिकारी कुम्भकर्णी निद्रा से जागे और कोई ठोस पहल करे.