न्यूज11 भारत
रांची: केंद्रीय मंत्रीमंडल द्वारा बिरसा जयंती, 15 नवंबर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाए जाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौरा शुरू हो गया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक बंधु तिर्की ने कटाक्ष किया है. उन्होंने केंद्रीय मंत्रीमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि जनजातीय गौरव दिवस की जगह सरना धर्म कोड का उपहार आदिवासी समाज को देती तो बेहतर होता और यही गौरव की बात होती. उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए हिंदुत्व जितनी बड़ी बात है, उसी तरह आदिवासियों के लिए सरना कोड का होना उतनी ही बड़ी बात है. धारा 370 खत्म कर सिर्फ छाती चौड़ा न करे. भाजपा झारखंड में लागू करें पांचवी अनुसूचित ट्राईबल सब प्लान का पैसा इवेंट में खर्च करने वाली भाजपा से आदिवासियों का विकास नहीं हो सकता है.
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पीएम के जनजातीय प्रेम का उपहार है यह कार्यक्रम: समीर उरांव
इधर भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि केंद्र सरकार ने जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेकर देशभर के जनजातीयों को सम्मान दिया है. यह जनजातीय समाज के लिए गौरव एवं स्वाभिमान की बात है. आदिवासियों के प्रति प्रधानमंत्री का प्रेम और उस प्रेम स्वरूप केद्रीय मंत्रिमंडल ने यह उपहार दिया है. इसके लिए एसटी मोर्चा केंद्रीय नेतृत्व एवं प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करती है. उन्होंने कहा कि पूरे देश के जनजातितयों को भोपाल से 15 नवंबर को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे. भाजपा का टारगेट है कि 2 हजार गांवों में जनजाति गौरव दिवस मनाया जाए. मुख्य कार्यक्रम उलिहातू में होगा, भगवान बिरसा मुंडा के अनुयायियों को इस खास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. उरांव ने कहा कि अगर झारखंड सरकार वाकई में आदिवासी हितैषी है तो वह सभी सिनेमाघरों में भगवान बिरसा मुंडा पर बनी छोटी फिल्म दिखाए जाने का आदेश जारी करे.
जेएमएम ने भी बीजेपी पर साधा निशाना
जेएमएम महासचिव सुप्रियो भटाचार्य ने कहा कि जनजातीय समाज से रिजेक्ट होने के बाद भाजपा को अब भगवान बिरसा मुंडा याद आ रही है. चुनाव को देखते हुए यह बीजेपी का इवेंट मेनेजमेंट कार्यक्रम है. मगर भाजपा यह समझ ले कि आदिवासी समजा को बरगलना अब आसान नही है.