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रांचीः 15 जनवरी के बाद निर्वाचन आयोग रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव की घोषणा कर सकता है. रामगढ़ की सीट से कांग्रेस की विधायक ममता देवी की सदस्यता समाप्त किये जाने के बाद खाली हो गई है. बता दें, पूर्व विधायक ममता देवी को गोला स्थित इनलैंड पावर प्लांट में हुए गोलीकांड मामले का आरोपी बनाये जाने के बाद झारखंड विधानसभा से उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गयी है. यह मामला 29 अगस्त 2016 का है जिसमें इनलैंड पावर में हुए मजदूरों के प्रदर्शन को उकसाने मामले में कांग्रेस की विधायक रही ममता देवी को 5 साल की सजा हुई है.
ममता देवी के पति उम्मीदवार बना सकती है कांग्रेस
इधर, तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर आए कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर ममता देवी के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने चुनाव में पार्टी का कैंडिडेट उतारने के संकेत दिये. उधर, इस विधानसभा उपचुनाव को लेकर आजसू पार्टी के गिरिडीह से सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को दुबारा चुनावी दंगल में उतारने की तैयारी में हैं. वहीं कांग्रेस की तरफ से कयास लगाए जा रहे है कि पार्टी ममता देवी के पति बजरंग महतो को अपना उम्मीदवार बना सकती है.
अबतक हुए सभी उपचुनाव में BJP का हाथ खाली
रामगढ़ विधानसभा सीट से ममता देवी की सदस्यता रद्द होने के बाद भारतीय जनता पार्टी भी इस चुनावी दंगल में भाग्य आजमाने की तैयारी में जुटती नजर आ रही है. हालांकि अबतक हुए उपचुनाव में भाजपा को एक भी सीट हाथ नहीं लगी है. दुमका, मधुपुर विधानसभा चुनाव में भी झामुमो (जेएमएम) के उम्मीदवारों ने ही जीत दर्ज की है. उधर बेरमो विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के अनुप सिंह निर्वाचित हुए थे. मांडर विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस के पक्ष में लोगों ने मत दिये थे.
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर झारखंड पार्टी ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने का मन बनाया है. इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि राज्य विधानसभा के 5वें उपचुनाव में सत्तारूढ़ दल ही काबिज होगा. या इस उपचुनाव में विपक्ष अपनी पहली जीत सुनिश्चित कर पायेगी.