न्यूज11 भारत/प्रिंस श्रीवास्तव
रांची: पुलिस की गिरफ्त में आए टीपीसी के उग्रवादियों ने इस बात का खुलासा किया है कि कोयला कारोबारी बबलू मुंडा और उसके परिवार को एक साथ मारने के लिए संगठन ने एके-56 दिया था. बबलू मुंडा पर हमला के दौरान उग्रवादियों ने एके-56 जैसे निकाल कर गोली चलाने का प्रयास किया तो मैग्जीन फंस गया. इस वजह से उग्रवादियों के एके-56 से गोली नहीं चल पाई थी. तब जाकर उग्रवादियों ने बबलू मुंडा पर पिस्टल से फायरिंग किया और बबलू बाल-बाल बच गए थे. उग्रवादियों का एके-56 से गोली चल जाती तो बबलू मुंडा के परिवार के साथ बड़ी घटना हो सकती थी.
BJP नेता की हत्या में इस्तेमाल हुआ मोबाइल भी मिला
रांची पुलिस ने गिरफ्तार आठ उग्रवादी इरफान अंसारी, अफरोज अंसारी ,एजाज अंसारी, अरशद अली, अब्दुल्ला आलम, इकराम उल अंसारी, जमील खान, मैनुल अंसारी के पास से वह मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया है जो भाजपा नेता प्रेम सागर मुंडा की हत्या के समय इस्तेमाल किया गया था. उग्रवादियों ने बताया कि प्रेम सागर की हत्या के बाद संगठन ने मोबाइल रख लिया था. बबलू की हत्या करने के समय फिर से उन्हें संगठन ने मोबाइल और सिम कार्ड दे दिया. इसी वजह से पुलिस को सुराग मिली और उग्रवादियों की गिरफ्तारी हो गई. आपको बता दें कि उग्रवादी 10 दिन तक शहर में रहे, जिसके बाद कांके में 29 सितंबर को उग्रवादियों ने बबलू मुंडा पर हमला किया. घटना के बाद भी टीपीसी के सभी उग्रवादी शहर में मौजूद रहे. उग्रवादियों को बबलू पर फिर से हमला करना था, लेकिन पुलिस ने घटना को अंजाम देने से पहले सभी उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया.