- जनवरी-दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में रिम्स के ओपीडी और आईपीडी में 50 % मरीज ही इलाज कराने पहुंचे हैं.
- 2019 में ओपीडी में 661813, आईपीडी में 85018 मरीज़ पहुंचे,
- वहीं 2020 में ओपीडी में 394521 और आईपीडी में 61688 मरीज़ पहुंचे
- न्यू ट्रामा सेंटर ओपीडी में 92 फीसदी मरीज घटे
- अप्रैल 2020 में मात्र 9131 मरीज ओपीडी पहुंचे
शशि तिग्गा/ न्यूज11भारत
रांची: कोविड के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन और दूसरी बंदिशों का असर अस्पतालों की ओपीडी पर हुआ है. अप्रैल 2020 में रिम्स की ओपीडी और आइपीडी में मरीजों की संख्या 50 प्रतिशत तक घट गई थी. कोविड के चलते दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में रिम्स की ओपीडी और आईपीडी में 30 प्रतिशत मरीज ही इलाज कराने पहुंचे हैं.
ओपीडी और आईपीडी में 50 फीसदी मरीज घटे
रिम्स के ओपीडी और आईपीडी में 50 प्रतिशत मरीजों की संख्या घटी जनवरी-दिसंबर 2019 के बीच की ओपीडी में 6 लाख 61 हजार मरीज इलाज कराने पहुंचे थे. वहीं आईपीडी में 85 हज़ार मरीज़ो ने इलाज करवाया. बीते साल यानी 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन और दूसरी बंदिशों के कारण केवल 3 लाख 94 हजार मरीज ही ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे. वहीं आईपीडी में 61, 688 मरीज़ों ने इलाज करवाया.
न्यू ट्रामा सेंटर ओपीडी में 92 फीसदी मरीज घटे
रिम्स में संचालित न्यू ट्रामा सेंटर ओपीडी में 92 प्रतिशत, मेडिसिन ओपीडी में 61 प्रतिशत, हृदय रोग ओपीडी में 48 प्रतिशत और आंख संबंधी बीमारियों के 58 फीसदी मरीज घट गए.
अप्रैल 2020 में मात्र 9131 मरीज ओपीडी पहुंचे
कोरोना संक्रमण से पहले हर महीने 50 हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी और 8 हजार से अधिक मरीजों का इलाज आईपीडी में होता था. लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद अप्रैल 2020 में मात्र 9131 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे. जबकि 2019 के अप्रैल महीने में 54 हज़ार मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे थे.