छह मई को आइएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर शुरू हुई थी कार्रवाई, अब भी हो रही पूछताछ
न्यूज 11 भारत
रांचीः छह मई यानी पिछले नौ दिनों से झारखंड की राजधानी में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी और उसमें आइएएस पूजा सिंघल का नाम आना सबसे चर्चित रहा है. ईडी की इस कार्रवाई में अब तक चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह और आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया जा चुका है. ईडी की इस कार्रवाई में अब तक आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल, सीए सुमन कुमार सिंह, पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से लगातार जिरह की जा रही है. पिछले दो दिनों से पंचवटी बिल्डर्स के प्रमोटर आलोक सरावगी से भी ईडी की क्रास क्वेश्चनिंग जारी है. अब तक की पूछताछ में ईडी के अधिकारियों ने छह मई को बरामद किये गये 19.31 करोड़ की राशि में से पैसे के वास्तविक मालिक तक पहुंच चुकी है. सीए सुमन कुमार सिंह ने भी अपना स्वीकारोक्ति बयान दे दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पैसे की हिस्सेदारी में आइएएस पूजा सिंघल भी जुड़ी हैं. अभी तक पल्स अस्पताल के सीएमडी रहे अभिषेक झा के मामले में स्वीकारोक्ती नहीं आयी है. पर इनसे जुड़े शेल कंपनियों का खाका, शेल कंपनियों से हुए पैसे के ट्रांजैक्शन के आंकड़ों पर सीए ने अपनी अंतिम मुहर लगा दी है. ईडी के दायरे में अब भी कई सफेदपोश हैं, जिनके नाम आनेवाले दिनों में सार्वजनिक हो जायेंगे.
दागी खनन पदाधिकारियों, डीएमओ तक पहुंचने की कोशिश
ईडी अब जांच में वैसे दागी खनन अधिकारियों तक पहुंचने की कोशिश में है, जिनके ताल्लुकात खान एवं भूतत्व सचिव पूजा सिंघल के साथ रहे हैं. वैसे भी खान सचिव के कार्यकाल में पूजा सिंघल दो वर्षों से काबिज थी, इनके अलावा दो वर्षों तक वह उद्योग सचिव भी रहीं. पूजा सिंघल को 11 मई को ईडी ने शाम को गिरफ्तार किया था. तीसरे दिन भी उनसे लगातार पूछताछ हो रही है. ईडी ने अपनी योजना के अनुसार रांची, साहेबगंज, दुमका और पलामू जिले के जिला खनन अधिकारियों को सम्मन भेजा था. ईडी यह चाह रही है कि खान एवं भूतत्व सचिव के रहते हुए पूजा सिंघल ने लघु खनिज (बालू, गिट्टी, मोरम) और अन्य के कितने पट्टे को अनुमोदित किया. इसके अलावा जेम स्टोन, क्वार्टज, चूना पत्थर, अन्य खदानों और वृहद खनिजों में से किसे चालू करने की परमिशन ग्रांट की है. कहीं खनन अधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी भी पूजा सिंघल को पैसा तो नहीं पहुंचाते थे. इस एंगल पर भी पूछताछ हो रही है.
हाईकोर्ट में चल रहे स्टोन माइंस आवंटन मामले में भी हो रही पूछताछ
ईडी के अधिकारी झारखंड हाईकोर्ट में चल रहे खनन आवंटन मामले में दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रांची के अनगड़ा में आवंटित स्टोन माइंस के कागजात भी इस सिलसिले में मंगाये गये हैं. उधर सीएम के भाई बसंत सोरेन का नाम भी स्टोन माइंस मामले में आया है. दुमका में दो स्टोन माइंस का पार्टनर होने की शिकायत देश के निर्वाचन आयुक्त से की गयी है. हाईकोर्ट में भी शिव कुमार शर्मा की याचिका पर शेल कंपनियों और माइंस आवंटन का मामला चल रहा है. ऐसे में खान एवं भूतत्व विभाग के सभी जिलों के जिला खनन पदाधिकारी कटघरे में हैं. वैसे भी यह कहा जा रहा है कि हाईकोर्ट में 17 मई को सुनवाई होगी. उस दिन कड़े फैसले आ सकते हैं. इस दिन तक ईडी की इंटरोगेशन जारी रहेगी.