न्यूज 11 भारत
रांचीः झारखंड के सबसे बड़े भ्रष्टाचार मामले में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई 17वें दिन भी जारी है. छह मई को आइएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी और उसी दिन सीए सुमन कुमार सिंह के यहां से 17.50 करोड़ मिले थे. वहीं पल्स हॉस्पीटल के यहां से 1.81 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे. ईडी की टीम रिकवर किये गये पैसे तक पहुंचने की कोशिशों में लगी है. गिरफ्तार किये गये सीए सुमन कुमार सिंह की तरफ से बरामद की गयी राशि का कुछ हिस्सा आइएएस पूजा सिंघल के होने की बातें कही थीं. उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. अब तक आइएएस पूजा सिंघल की ओर से यह स्वीकारोक्ति नहीं हो सकी है कि बरामद किया गया पैसा उनका अथवा उनके पति अभिषेक झा का है. ईडी ने तीसरी बार पूजा सिंघल को न्यायिक हिरासत में लिया है. उनकी रीमांड की अवधि भी दो दिनों बाद समाप्त हो जायेगी. इससे पहले ईडी के अधिकारी चाहते हैं कि पूजा सिंघल अपना स्वीकरोक्ति बयान दर्ज करा लिया जाये. इससे पहले ईडी के अफसरों ने पाकुड़ और दुमका के जिला खनन पदाधिकारियों के बयान भी लिये हैं. दो से तीन दिनों तक इन दोनों जिलों के डीएमओ से पूछताछ की गयी.
टिकी है रांची औऱ् साहेबगंज जिले के डीएमओ पर सबकी निगाहें
ईडी दफ्तर में अब साहेबगंज जिले के डीएमओ विभूति कुमार तथा रांची डीएमओ संजीव कुमार पहुंच चुके हैं. सोमवार को इन दोनों जिला खनन पदाधिकारियों से पूछताछ होगी. ईडी की तरफ से आइएएस पूजा सिंघल और दोनों जिलों के डीएमओ को साथ बिठा कर पूछताछ किये जाने की सूचना है. हालांकि अब तक की पूछताछ में ईडी इन तथ्यों तक पहुंच गयी है कि कैसे खान सचिव रहते हुए पूजा सिंघल मासिक बैठकें करती थीं, जिसमें सभी जिलों के जिला खनन पदाधिकारी, सहायक खनन पदाधिकारी, खान निदेशक और अन्य शामिल होते थे. आज की पूछताछ को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पत्थर के अवैध ट्रांसपोर्टेशन और खनन मामले में संताल परगना के दो जिलों की रिपोर्ट ईडी ने ले ली है. अब तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण जिला साहेबगंज की रिपोर्ट ईडी को चाहिए. इससे अवैध खनन और ट्रांसपोर्टेशन के तार भी जोड़े जा रहे हैं. सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के दबदबे और संताल परगना के सभी जिलों में अवैध ट्रांसपोर्टेशन की धमक के भी कनेक्शन खोजे जा रहे हैं. रांची और संताल परगना में बड़े ओहदेदार और सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों के पार्टनरशिप और स्वंय के नाम पर खनन पट्टा लिये जाने पर भी पूछताछ किये जाने के संकेत दिये जा रहे हैं.
संताल परगना में नेताओं, कारोबारियों और गणमान्य लोगों का जुड़ाव रहा है खनन पट्टा से
जानकारी के अनुसार संताल परगना के दुमका, साहेबगंज, पाकुड़, देवघर, गोड्डा जिले में आवंटित खनन पट्टा में नेताओं, कारोबारियों और गणमान्य लोगों का जुड़ाव रहा है. अवैध खनन ट्रांसपोर्टिंग का एक बड़ा हिस्सा संबंधित जिलों के वरीय पदाधिकारियों तक भी पहुंचने की बातें आ रही हैं. यह भी बातें आ रही हैं कि 45 सौ रुपये प्रति ट्रक के हिसाब से संगठित गिरोह द्वारा वसूली जाती है. जिसका हिस्सा सभी लोगों तक पहुंचता है. इसलिए डीएमओ स्तर के अधिकारियों से ईडी के अफसर ग्रिल कर रहे हैं, ताकि सत्यता का पता लगाया जा सके.