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रांची: भाजपा के द्वारा जारी विडीयो क्लिप को लेकर झारखंड की राजनीति में आए भूचाल के बीच एक ओर जहां ईडी की रडार पर नौकरशाह आ गए है तो वहीं राज्य सरकार पर भी आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. वहीं इस मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को एक बार फिर समन भेजा है. इस बार उन्हें 27 मार्च के दिन के 11:00 बजे रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है.
बता दें इससे पहले उन्हें समन जारी कर 15 मार्च को कार्यालय हाजिर होने का निर्देश दिया गया था. वहीं इडी द्वारा पहला समन मिलने के बाद अरुण एक्का ने इडी को पत्र लिख कर समय की मांग की थी. मालूम हो कि उन्होंने इडी को भेजे गये अपने पत्र में लिखा था कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 मार्च तक चलेगा. दस दौरान उनका वहां उपस्थित रहना जरूरी है, इसलिए उन्हें 24 मार्च के बाद का कोई समय दिया जाये. 24 मार्च के बाद वह इडी द्वारा दिये जानेवाले समय पर पूछताछ के लिए हाजिर होंगे.
बता दें इडी ने पूजा सिंघल प्रकरण की जांच के दूसरे चरण में विशाल चौधरी के ठिकानों पर छापा मारा था. प्रवर्तन निदेशालय को इस छापेमारी के दौरान यहां लेन-देन से संबंधित कुछ दस्तावेज मिले थे और इसी वजह से ईडी ने राजीव अरुण एक्का को पूछताछ के लिए बुलाया है. मालूम हो कि कि बरहरवा कांड में इडी द्वारा पुलिस अधिकारियों को समन जारी करने के बाद अरून एक्का पुलिस अधिकारियों को इडी के सामने पेश होने से रोकते रहे हैं.
साथ ही इडी द्वारा राज्य के पुलिस अधिकारियों के समन जारी करने के मामले में राज्य सरकार ने इडी के अधिकार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. परंतु सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की याचिका खारिज कर दी थी. इस पूरे जांच के दौरान राज्य सरकार ने इडी के अधिकारों को लेकर हाइकोर्ट में चुनौती दी थी.
बता दें यह मामला हाइकोर्ट में विचाराधीन है. बावजूद इसके हाइकोर्ट ने इडी की कार्रवाई पर रोक नहीं लगायी है. इसके बाद इडी ने पुलिस अधिकारियों को दूसरी बार समन जारी किया. वहीं दूसरी बार समन मिलने के बाद डीएसपी प्रमोद मिश्रा ने इसे हाइकोर्ट में चुनौती भी दी थी. परंतु हाइकोर्ट ने भी उन्हें इडी के सामने हाजिर होने का निर्देश दिया.
इसके बाद वह पूछताछ के लिए रांची स्थित प्रर्वतन निदेशालय में हाजिर हुए. बताते चलें कि इडी ने मनी लाँड्रिंग के मामले में पूजा सिंघल प्रकरण की जांच के दूसरे चरण के दौरान विशाल चौधरी के ठिकानों पर छापा मारा था. इडी को यहां लेन-देन से संबंधित कुछ दस्तावेज मिले थे. वहीं पिछले दिनों भाजपा के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो ट्वीट किया था जिसमें राजीव अरुण एक्का को विशाल चौधरी के घर पर सरकारी फाइलें निबटाते हुए दिखाया गया था.
इसपर जहां विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था तो वहीं इस वायरल हुए विडीयो के तुरंत बाद हीं प्रधान सचिव का रातोरात तबादला कर दिया गया था. वहीं आईएएस एक्का ने इस वीडियों से इनकार किया और अपनी सफाई में उन्होने कहा कि वह अपने मित्र विशाल के घर पर उसे व्यापारिक चिट्ठियां लिखना सिखा रहे थे.