रांची : त्योहारी सीजन शुरू हो चुकी है. धार्मिक स्थल भी धीरे-धीरे खाले जा रहे हैं. मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. कोविड को ध्यान में रखते हुए मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी गई है. केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री, चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है. इन धामों में जाने से पहले श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए E-Pass जारी किए जा रहे हैं. E-Pass होने पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. कोई यात्री रात को धामों में रुकना चाहें तो रूक सकते हैं. देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि चारों धामों में यात्रियों की संख्या दर्शन करने के लिए तय की गई है.
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पंजीकरण के बाद ही राज्य में प्रवेश मिलेगा
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दर्शन को आने वाले दूसरे राज्य के श्रद्धालुओं को स्मार्ट सिटी के अलावा देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर भी पंजीकरण कराना होगा. स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण से उन्हें राज्य में प्रवेश मिलेगा. जबकि देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण से यात्रा के लिए E-Pass मिलेगा. राज्य के यात्रियों को केवल देवस्थानम बोर्ड की साइट पर पंजीकरण कराना होगा.
गाड़ियों के लिए बनवाना होगा ग्रीन व ट्रिप कार्ड
यात्रा में जाने वाले कॉमर्शियल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाना अनिवार्य होगा. चारधाम यात्रा को लेकर शुक्रवार शाम परिवहन मुख्यालय में उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसके बाद परिवहन आयुक्त दीपेंद्र चौधरी की ओर से जारी आदेश के अनुसार, यात्रा संचालन को RTO दून को नोडल अधिकारी नामित किया गया है. विभाग ने कॉमर्शियल वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है. ग्रीन कार्ड ऑनलाइन जारी किए जाएंगे.
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