कौशल आनंद, न्यूज11 भारत
रांची : डीवीसी (DVC) के बिजली कटौती के कारण कमांड एरिया के 5 जिलों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है. जानकारी के अनुसार धनबाद, बोकारो, कोडरमा, रामगढ़, देवघर जिलों में बिजली आपूर्ति पर व्यापक असर पड़ा है. बिजली निगम के स्थानीय पदाधिकारियों के अनुसार 4 से 7 घंटे की बिजली कटौती हो रही है. इसका असर ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ अब शहरी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. पीक ऑवर सुबह एवं शाम को बिजली कटौती अधिक हो रही है. इससे पर्व के मौके पर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. केवल चतरा में जेबीवीएनएल का अपना ग्रिड-नेटवर्क खड़ा हो जाने के कारण राहत है. बाकी अन्य क्षेत्रों में घोर बिजली संकट का सामना करना पड़ रह है.
KK वर्मा ने खुद की थी डीवीसी प्रबंधन से बात, किया था आग्रह
गत दिवस जेबीवीएनएल (JBVNL) के कार्यकारी निदेशक KK वर्मा ने खुद डीवीसी प्रबंधन से बातचीत करके छठ पर्व पर कटौती बंद करने का आग्रह किया था. मगर डीवीसी प्रबंधन ने एक नहीं सुनी और लगातार कटौती जारी है. डीवीसी का रवैया निश्चित रूप से सरकार पर दबाव बढ़ाने जैसा है.
कहीं फिर से RBI कोटे से पैसे काटे जाने का दबाव तो नहीं
डीवीसी (DVC) ने जो अड़ियल रूख अपनाया है और जो टाइमिंग को चुना है. उससे अब यह शंका हे रही है कि इसके पीछे राजनीति तो नहीं है. कहीं फिर डीवीसी को केंद्र सरकार आरबीआई के खाते से पैसे काट कर दिए जाने की रणनीति तो नहीं है. क्योंकि अब आउटस्टैडिंग बकाया केवल 2000 करोड़ ही है. 100 करोड़ नियमित भुगतान डीवीसी को किया जा रहा है. अगर ऐसा हुआ तो फिर से केंद्र और राज्य सरकार के बीच तल्खी बढ़ेगी.
रघुवर सरकार के समय था 6 हजार करोड़ बकाया, एक बार भी केंद्र ने RBI से नहीं दिए पैसे
पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में करीब 6 हजार करोड़ का बकाया था. मगर कभी भी केंद्र सरकार ने आरबीआई में राज्य के हिस्से जमा पैसे काट कर डीवीसी को नहीं दिया. जबकि राज्य में हेमंत सरकार बनने के बाद तीन बार केंद्र सरकार आरबीआई से पैसे काट कर डीवीसी को दिया है. इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनाव बढ़ा जो अभी तक नहीं थमा है.
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जनता हित छोड़ हो रही है राजनीति
छठ पर्व शुरू हो चुकी है. छठ में लोगों को और तीन दिनों तक निर्बाध बिजली की आपूर्ति जरूरी है. मगर राजनीतिक दल जनहित को छोड़कर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में जुटे हैं. भाजपा इस मसले पर लगातार सरकार को ही घेर रही है. जबकि रघुवर सरकार में डीवीसी बिजली कटौती करते आया है. वर्षों से डीवीसी का बकाया है.मगर एक बार भी आरबीआई से पैसे नहीं काटा गया. वहीं सत्तारूढ़ दल के लोग इसे केंद्र सरकार की साजिश करार दे रहे हैं. इन सबके बीच जनता भुगत रही है.