न्यूज 11 भारत
रांची: एक बेहद दर्दनाक खबर राजस्थान के सिरोही जिले से आ रही है जहां के सराकारी अस्पताल में लापरवाही के चलते एक नवजात को कुत्ते नोच कर खा गए. जी हां बीते सोमवार की रात एक माह के नवजात को अस्पताल के वॉर्ड से कुत्ते उठा ले गए और नोच-नोच कर मार डाला. प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे बच्चे को आवारा कुत्ते उठाकर ले गए फिर उन कुत्तों ने मासूम का पेट और एक हाथ खा लिया जिससे उसकी मौत हो गई.
इधर रात में मां की नींद खुलने पर बच्चा आसपास नहीं मिला इसपर परेशान मां के खोजने पर पता चला कि नवजात को कुत्तों ने क्षत विक्षत कर दिया है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौपा. वहीं अस्पताल में सीसीटीवी लगे हैं लेकिन अभी तक इस घटना का कोई फुटेज सामने नहीं आया हैं. बता दें सिरोही में पिंडवाड़ा के रहने वाले महेंद्र मीणा सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित हैं जिनका राजस्थान के टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था और सोमवार रात उनके बेड के पास नीचे फर्श पर उसकी पत्नी रेखा 1 बेटी और 2 बेटों को लेकर सो रही थी.
ये भी पढ़ें- जी-20 समिट को लेकर सजी राजधानी, दो मार्च को होगा सम्मेलन, जाने पूरी रिपोर्ट
लगभग आधी रात को कुत्ते अस्पताल में घुस गए और महिला के छोटे नवजात बेटे विकास को उठाकर ले गए. इधर मिहला की नींद टूटी तो वहीं बच्चे के गायब होने की जानकारी मिलते ही उसकी तलाश शुरू की गई. वहीं अस्पताल के वार्ड के बाहर पानी की टंकी के पास कुछ कुत्ते मासूम को नोंचते हुए मिले जिसके बाद महिला दौड़कर वहां गई तो देखा एक कुत्ता बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर भाग गया. इस घटना के बाद इधर अस्पताल के वार्ड से बच्चे को कुत्ते को ले जाने और उसका पेट खाने की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया.
इस मामले में जिला प्रशासन की तरफ से गठित मेडिकल बोर्ड के प्रभारी डॉ. शक्ति सिंह ने जानकारी दी कि बच्चे का सिर, एक हाथ और दो पैर बचे थे और उसका पेट और एक हाथ कुत्तों ने खा लिया. सिंह का कहना है कि मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जाएगा.
इधर घटना की जानकारी मिलते ही सिरोही जिला प्रमुख नारायण पुरोहित, बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया. लोगों का कहना है कि पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है और मृतक के परिजनों का कहना है कि रात में अक्सर कुत्ते अस्पताल में घूमते रहते हैं.