रांची: 3 दिसंबर पूरे भारत में दिव्यांग दिवस के रूप में मनाया गया. दिव्यांग समाज के विशेष होते हैं. ये लोग प्रतिभा के धनी होते हैं. सार्थक सामाजिक संस्था के द्वारा दिव्यांगों को लेकर बेहद खास कार्यक्रम मिस्टर एंड मिसेज इंडिया का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने अपने संबोधन में कहा दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं सम्मान और अधिकार चाहिए.
दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं सम्मान चाहिए
खेल गांव में आयोजित अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के मौके पर दिव्यांग प्रतिभागियों ने रैंप पर कैटवॉक कर अपना जलवा दिखाया. झारखंड में दिव्यांगों को लेकर ऐसा कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया था. झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. खेल गांव के टाना भगत इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में काफी संख्या में दिव्यांग प्रतिभागी शामिल हुए थे. इन्हें देख राज्यपाल भी अपने को रोक नहीं पाए और इन लोगों से बातचीत करने के लिए उनके बीच पहुंच गए कहीं ना कहीं उनकी बातों से राज्यपाल भी थोड़ा भावुक नजर आए. संबोधन में कहा कि दिव्यांगों को सहानुभूति नहीं उन्हें सम्मान और अधिकार चाहिए. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के मौके पर सभी को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की.
भाई बहनों को आगे बढ़ाने का है सार्थक प्रयास
सार्थक सामाजिक संस्था ने झारखंड के दिव्यांगों का मनोबल और हौसला बढ़ाने के लिए मिस्टर एंड मिसेज कार्यक्रम का आयोजन किया. इस प्रतियोगिता में दिव्यांग प्रतिभागियों का एक से बढ़कर एक कैटवॉक करते नजर आए. यह राम पर कैटवॉक बेहद खास था अलग था. सार्थक सामाजिक संस्था की स्टेट हेड श्रेया तिवारी बताती है ऐसे भाई बहनों को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक की एक सार्थक प्रयास है.आप लोग दिव्यांगों का कैटवॉक पहली बार देखे होंगे.
दिव्यांगों की कैटवॉक देखकर हर कोई बजाया ताली
इनकी प्रतिभा इनका ड्रेस डिजाइन बेहद खास था.कोई दृष्टिबाधित था तो कई दिव्यांगों की कैटवॉक देखकर हर कोई ताली बजा रहा था. अपने प्रतिभा को दिखाकर दिव्यांग प्रतिभागी बेहद खुश नजर आ रहे थे.जमशेदपुर से आए रिंकू सोरेन दिव्यांग होते हुए भी यह साबित कर दिखाया उनके अंदर भी प्रतिभा छिपी है. हजारीबाग से आए शशिकांत भारती भी इस कार्यक्रम में कैटवॉक करते नजर आए जो बेहद खास लग रहा था. दिव्यांग प्रतिभागियों ने यह साबित कर दिया है वह भी बदलते जमाने के अनुसार फैशन की दुनिया में भी कदम रख सकते हैं. यहां से चयनित प्रतिभागियों को मुंबई में आयोजित दिव्यांग मिस्टर एंड मिसेस प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा.