झारखंड » जमशेदपुरPosted at: अप्रैल 23, 2024 जमशेदपुर संसदीय सीट से बहरागोड़ा के झामुमो विधायक समीर मोहंती के चुनाव लड़ने की चर्चा
मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:-जमशेदपुर लोकसभा सीट पर नामांकन शुरू होने में 6 दिन बाकी हैं. लेकिन अभी तक झामुमो ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. माना जा रहा है कि अब जल्द ही दो-तीन दिन के अंदर झामुमो अपना उम्मीदवार घोषित कर देगी. झामुमो को 29 अप्रैल से पहले अपना उम्मीदवार घोषित करना होगा. क्योंकि, 29 अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएगा. झामुमो के सूत्रों का कहना है कि बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती को लोकसभा का टिकट मिल सकता है. झामुमो का शीर्ष नेतृत्व समीर मोहंती से जमशेदपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए बात कर रहा है. इसके अलावा कुणाल षाड़ंगी, आस्तिक महतो, सुमन महतो समेत कई लोगों के नाम की चर्चा है. लेकिन, पार्टी सूत्रों की मानें तो समीर मोहंती के नाम पर शीर्ष नेतृत्व अपनी मोहर लगा चुका है. बस समीर मोहंती के हामी भरने की देर है. झामुमो के सूत्रों का कहना है कि महीना भर पहले दिल्ली में झामुमो और कांग्रेस के मंत्रियों की संयुक्त बैठक हुई थी. इस बैठक में तय किया गया था कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा जाए.
उम्मीदवार के ऐलान में देर से पड़ रहा असर
जमशेदपुर लोकसभा सीट पर झामुमो का भी खास असर है. लेकिन उम्मीदवार का ऐलान होने में झामुमो काफी देर लगा रही है. इससे लोगों को लग रहा है कि झामुमो को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि भाजपा भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेल रही है. इसका फायदा झामुमो को मिल सकता था. लेकिन उम्मीदवार का ऐलान नहीं होने से झामुमो की स्थिति कमजोर हुई.
हेमंत के जेल जाने से गड़बड़ाई गणित
अब कहा जा रहा है कि जल्द ही झामुमो अपना उम्मीदवार घोषित कर देगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल चले जाने की वजह से पार्टी में फैसला लेने की क्षमता पर असर पड़ा. सूत्र की मानें तो अगर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाहर होते तो जमशेदपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार कभी का तय हो चुका होता.
पूरे दमखम के साथ उतर चुके हैं सांसद विद्युत वरण महतो
राजनीति के जानकारों का कहना है कि किसी भी चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा पहले ही हो जानी चाहिए. ताकि उम्मीदवार चुनाव की अपनी रणनीति तैयार करें. क्षेत्र में माहौल बनाएं. लेकिन अब झामुमो इन सब से वंचित रह जाएगी. झामुमो का जो भी उम्मीदवार होगा. उसे पूरा लोकसभा क्षेत्र साधने में काफी वक्त लगेगा. जबकि भाजपा के उम्मीदवार सांसद विद्युत वरण महतो पहले से ही क्षेत्र में काम कर रहे हैं. भाजपा ने उनकी उम्मीदवारी की घोषणा भी जल्द कर दी. इससे वह पूरी दमखम के साथ मैदान में उतर चुके हैं