रांची: अगर आपके मोबाइल पर वैक्सीन से जुड़ा कॉल या मैसेज आए तो उसे रिस्पांड करने से पहले जांच कर लें. क्योंकि, साइबर ठगों ने नया ट्रेंड शुरू कर दिया है. वैक्सीनेशन के नाम पर ठगी का जाल वे बिछा रहे हैं. कई राज्यों में इस प्रकार की घटना सामने आ चुकी है. कोविड वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा ठगी का प्रयास करने को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से झारखंड पुलिस को भी इसकी रिपोर्ट भेजी है. वहीं, सीआईडी मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को अलर्ट जारी किया है.
ऐसे हो रही है ठगी
मालूम हो कि साइबर ठगों ने विभिन्न फर्जी एप बना रखा है. अलर्ट मैसेज के जरिए ही वह आपके मोबाइल में प्रवेश कर आपकी प्राईवेसी को भंग का सकते हैं. दरअसल कोविड वैक्सीन लेने के नाम पर एक एप डाउनलोड करने को कहते हैं. उस एप को डाउनलोड करते ही मोबाइल को साइबर अपराधी ऑपरेट करने लगते हैं. मोबाइल से महत्वपूर्ण नंबर, आधार नंबर व अकाउंट नंबर आदि की जानकारी लेकर अकाउंट से राशि की आराम से निकासी कर लेते हैं. रविवार को रांची में इसी प्रकार आईसीआईसीआई बैंककर्मी बनकर हेल्पलाइन नंबर से बात करते हुए साइबर ठग ने एक युवा व्यवसायी के अकांउट से राशि की निकासी कर ली है.
सरकार की तरफ से नहीं आते ऐसे कॉल
वैक्सीन लेने के लिए राज्य सरकार व जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का कॉल या मैसेज किसी को नहीं किया जाता. मैसेज सिर्फ उनके पास जाता है जो वैक्सीन लेते हैं. मैसेज में भी किसी प्रकार का कोड नहीं होता और न ही किसी प्रकार की जानकारी मांगी जाती है. ऐसे में अगर आपके पास कोई वैक्सीनेशन से संबंधित मैसेज आता है तो यह देख लें कि किसी प्रकार का कोड या जानकारी तो नहीं मांगी जा रही.
कोविन पोर्टल पर करना होता है रजिस्ट्रेशन
वैक्सीन रजिस्ट्रेशन का काम कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु एप पर ही किया जा रहा है. इसके अलावा किसी अन्य पोर्टल से रजिस्ट्रेशन या स्लॉट बुक नहीं हो सकता. इसलिए किसी और पोर्टल या लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराने या स्लॉट बुक करने की कोशिश भी न करें.