न्यूज 11 भारत
रांची : झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, सीयूजे में गुरूवार की सुबह छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. मुख्य गेट के समक्ष छात्र बैठकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. छात्रों का कहना है कि विवि प्रशासन द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है. दुर्व्यवहार का आरोप छात्रों ने कुलसचिव, फाइनेंस ऑफिसर, लाइब्रेरियन, मेडिकल ऑफिसर, टेक्निकल सेल, ट्रांसपोर्ट इंचार्ज सहित कई पर लगा रहे हैं.
सीयूजे में धरना प्रदर्शन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले ब्राम्बे कैम्पस में किया जा रहा है. इसमें शोध छात्र अमित कुमार सिंह, रवि कुमार, गीतेश कुमार, दीपांकर डे के अलावा छात्र, आदित्य , सुमित, अविनाश, रितिकेश, वैष्णवी, अर्चना, सिंदुरा, साक्षी, अंजलि और भावना सहित दर्जनों छात्र मौजूद हैं. छात्रों का कहना है विवि में ट्रांसपोर्ट सुविधा पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गई है. छात्रों को बस में भेड़-बकरी की तरह लाया जाता है. रोजाना छात्र बस में खड़े होकर नये कैम्पस मनातू जाते है. ब्रांबे स्थित पुराने कैंपस से छात्र रोजाना नये कैंपस जाते हैं.
आदेश के बाद भी फीस नहीं हुआ रिफंड
छात्रों का कहना है कि वीसी द्वारा फीस रिफंड की फाइल अप्रूव करने के बाद भी फीस रिफंड नही किया जा रहा है. फाइनेंस ऑफिसर सिर्फ अपना फायदा देखता है. हॉस्टल मेमो तथा डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर के अंतर्गत आने वाले मेस की फाइल को हरी झंडी नहीं मिल रही है. ग्रामटिकल एरर बताकर फाइल लौटा दी जा रही है.
मेडिकल अफसर नहीं करती है कोआपरेट
छात्रों ने बताया कि मेडिकल इसु होने पर मेडीकल ऑफिसर कोआपरेट नही करती हैं. नम्बर ब्लॉक करके रखती हैं. फोन करने पर कहती है कि करियर बर्बाद करवा देंगे. इसके अलावा छात्रों ने कई आरोप लगाए है. छात्रों का कहना है कि मनातू कैम्पस से क्लॉस करके ब्रांबे कैम्पस 4 बजे आते हैं, जिसके बाद खाना नही मिलता है. वाई फाई कैम्पस होने के बाद वे फाई नही मिलता है. हॉस्टल की व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से ध्वस्त हैं.