आदिल हसन, न्यूज11 भारत
रांची नगर निगम में टेंडर की आढ़ में खुलेआम लूट मची हुई है. अपने चेहेतों को टेंडर दिलाने के लिए निगम के अधिकारी सारे नियम कानून को ताक पर रख दे रहे हैं, ताकि उन्हें टेंडर दिलाने के नाम पर कमिशन के रूप में मोटी कमाई हो सके. ताजा मामला नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त डॉ ज्योति कुमार के कारनामे से जुड़ा हुआ है. दरअसल, इसी साल अगस्त माह में ज्योति कुमार ने राजधानी के 53वार्डों में एक लाख पौधे लगाने, उसकी सुरक्षा के लिए बेढ़ा लगाने और तीन साल तक मेनटेनेंस करने के लिए करीब 14 करोड़ का टेंडर निकाला लेकिन टेंडर के डीपीआर में उन्होंने एक अनोखी शर्त रख दी. शर्त के अनुसार टेंडर में वो ही कंपनी क्वालिफाई करेगी जो एक लाख पौधों के घेरने के लिए लगाई जाने वाली गैबियन (पौधे को घेरने के लिए लगाए जाने वाला बेढ़ा) चेन्नई की कंपनी नीतिन वायर एंड मेसेस (Nitin wires and Meshes) से खरीदेगी. इतना ही नहीं ज्योति कुमार ने टेंडर में क्वालिफाई करने के लिए 80 में 40 अंक उसी कंपनी को देने की शर्त रख दी जो Nitin wires and Meshes से गैबियन की खरीदारी करेगी.
30 अगस्त को टेक्नीकल बीड खुलने के बाद भी नाम की घोषणा नहीं
इतना ही नहीं 30 अगस्त 2021 को ही टेंडर का टेक्नीकल बीड खुल चुका है, लेकिन अभी तक निगम ने वेबसाइट पर टेक्नीकल बीड क्वालिफाई करने वाली कंपनियों के नाम की घोषणा नहीं की है.
14 करोड़ के टेंडर मांगा सिर्फ एक लाख का टर्नओवर
ज्योति कुमार ने रांची की एक संस्था Prince electronics tv and computer institute को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों को कमजोर कर दिया. ज्योति कुमार ने टेंडर में एक लाख टर्न ओवर रखने वाली कंपनी को शामिल होने की छूट दे दी. जबकि जानकार बताते हैं कि 14 करोड़ के टेंडर में कम से कम सालाना सात करोड़ का टर्न ओवर करने वाली कंपनियां हिस्सा ले सकती हैं.
-निगम में 14 करोड़ के पौधरोपण में चेन्नई की ही कंपनी से खरीदना होगा गैबियन
-शर्त पूरा नहीं करने पर टेंडर से हो जाएंगे बाहर
-बड़े घोटाले की तैयारी, 30 अगस्त को टेक्नीकल बीड खुलने के बाद भी नामों की घोषणा नहीं
-नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त डॉ ज्योति कुमार सिंह ने निकाला है टेंडर
-14 करोड़ के टेंडर मांगा सिर्फ एक लाख का टर्नओवर