झारखंडPosted at: दिसम्बर 28, 2021 JMM के बाद अब कांग्रेस ने किया BJP पर पलटवार
कोरोना चुनौतियों के बीच सरकार ने बेहतरीन कार्य किया : राजेश ठाकुर
न्यूज11 भारत
रांची : झामुमो के बाद अब कांग्रेस ने भी भाजपा के आरोप पत्र पर पलटवार किया है. कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि भाजपा सत्ता से दूर होकर विचलित हो गयी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि राज्य में कांग्रेस पार्टी के सहयोग से चलने वाली दूरदर्शी कर्तव्यनिष्ठ महागठबंधन की सरकार कल 29 दिसंबर को अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरा करने जा रही है. उन्होंने कांग्रेस के 137वें व राज्य सरकार के दूसरे स्थापना दिवस की पूरे राज्यवासियों हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है. ठाकुर ने कहा कि 29 दिसंबर 2019 को राज्यवासियों के आशीर्वाद और समर्थन से जब नई सरकार बनी थी. खजाना भी खाली था. कोरोना संक्रमण से जब देश ही नहीं पूरी दुनिया आंक्रांत थी. आज भी खतरा टला नहीं है. ओमिक्रोन (कोरोना) के लगातार बढ़ते मामले इस बात की पुष्टि कर रहे हैं. कांग्रेस के सहयोग से चलने वाली महागठबंधन की सरकार ने इस चुनौती को भी अवसर के रूप में लिया. झारखंड में महागठबंधन सरकार में दूरदर्शी संवेदनशील एवं संजीदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कांग्रेस कोटे के मंत्रियों डॉ रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता एवं बादल पत्रलेख ने चुनौतियों के बावजूद बेहतरीन काम किया है. इस मौके पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ राकेश किरण महतो, डॉ एम तौसीफ एवं ईश्वर आनंद उपस्थित थे.
कांग्रेस की नजर में सरकार की उपलब्धियां
- सरकार की पहल पर सबसे पहले विमान से बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों को मंगवाया गया. बाहर फंसे मजदूरों को बुलवाने, उनके खाने के लिए दीदी किचन, रोजगार उपलब्ध कराने के मोर्चे पर कांग्रेस पार्टी द्वारा लागू किये गए मनरेगा एवं अन्य योजनाओं के सहयोग बड़ी कामयाबी हासिल की. मनरेगा की दैनिक मजदूरी को 198 रूपया से बढ़ाकर 225 रूपया करने का काम किया.
- स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में न सिर्फ आधारभूत सुविधाएं खड़ी कीं बल्कि फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स के अदम्य साहस और मेहनत के बदौलत देश के अन्य राज्यों के तुलना में कोविड का बेहतर प्रबंधन किया. बाहर जाने वाले कामगारों की सुरक्षा के लिए निबंधन-एसआरएमआइ कार्यक्रम की शुरुआत की.
- लंबे समय से संघर्षरत पारा शिक्षकों के लिए सर्वमान्य रास्ता निकाला, अल्पसंख्यक शिक्षकों के संदर्भ में साहसिक फैसले किए.
- किसानों के लिए झारखंड कृषि ऋण माफी योजना को लागू कर किसान के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश की. इसके तहत 03 लाख 34 हजार किसानों की ऋण माफी की जा चुकी है. अभी तक 12 सौ करोड़ रूपया का भुगतान किया जा चुका है. कुल 09 लाख 02 हजार 63 लोगों का ऋण माफी करने की योजना है.
- लोकतंत्र पर भीड़तंत्र हावी न हो और सभी धर्म सम्प्रदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मोब लिंचिंग रोकने के लिए झारखंड भीड़ हिंसा एवं भीड़ लिंचिंग निवारण कानून बनवाया. बहुप्रतीक्षित सरना कोड का प्रस्ताव विधानसभा से पास करवा कर भेजा.
- लाल-पीला कार्ड की सीमा हटा समाजिक सुरक्षा के तहत सब के लिए यूनिवर्सल पेंशन योजना, गरीबों के लिए सोना सोबरन धोती साड़ी योजना शुरू की, देश में पहली बार उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए आदिवासी समाज के युवाओं को सरकारी खर्च पर मरांग गोमके योजना के तहत विदेश अध्ययन के लिए भेजा, देश के दूसरे और झारखंड के पहले ट्राइवल यूनिवर्सिटी को मंजूरी दी, टेक्निकल यूनिवर्सिटी की मंजूरी दी, टेंडर में भी एससी, एसटी और ओबीसी को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया नई औद्धोगिक नीति को मंजूरी दी.
- नियुक्ति प्रक्रिया को आसान करने के लिए नई नियुक्ति नियमावली बनाई, संशोधन किया और स्थानीय को प्राथमिकता दी। सीमित संसाधनों एवं केंद्र के उपेक्षात्मक रवैये के बावजूद काफी काम किया.