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रांची : देश के पावर प्लांटों में कोयले की कमी को दूर करने के लिए कोल इंडिया ने दूसरे सेक्टर में आपूर्ति पर रोक लगा दिया है. हालांकि इस संबंध में कोल इंडिया ने कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं करायी है. कोल इंडिया की एक शाखा साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने सूचना जारी किया है, जिसमें कहां गया है कि अगली सूचना तक नॉन पावर सेक्टर की आपूर्ति लंबित रहेगी.
कोल इंडिया के अफसरों का कहना है कि पावर प्लांटों में कोयला संकट खत्म होता नहीं दिख रहा है. वर्तमान समय में पावर प्लांटों में कोयले की नियमित आपूर्ति की जाएगी. दूसरे सेक्टर, यानी नॉन पावर सेक्टर में अभी आपूर्ति कुछ समय के लिए बंद रहेगी. यह एक अस्थाई व्यवस्था है. जिससे वर्तमान में सिर्फ पावर सेक्टर में आपूर्ति पर फोकस रहे.
कोयले की कमी से ठप हो सकते हैं कई प्लांट
कोयले की कमी की वजह से कई पावर प्लांट ठप हो सकते है. यह चेतावनी केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के विशेषज्ञों का कहना है. देश के 135 थर्मल पावर प्लांट में से 72 पावर प्लांट के पास कोयले की कमी बरकरार है. जिससे कुछ ही दिनों तक ही बिजली बनाई जा सकती है. पावर प्लांटों में कोयले की कमी को दूर करने के लिए कोल इंडिया ने आपूर्ति बढ़ाने को लेकर योजनावद्ध तरीके से काम शुरू कर दिया है. इसी के तहत कोल इंडिया ने नॉन पावर सेक्टर में आपूर्ति पर रोक लगा दिया है.
घट गया है बिजली का उत्पादन
देश के 135 पावर प्लांट में बिजली की कुल खपत की 66.35 प्रतिशत बिजली बनाई जाती है. अगर 72 पावर प्लांट कोयले की कमी से बंद होते हैं, तो करीब 33 प्रतिशत बिजली का उत्पादन घट जाएगा. इससे देश में बिजली संकट उत्पन्न हो सकता है. कई प्लांटों में बिजली का उत्पादन कम हुआ है. जिस वजह से कई क्षेत्रों में लोड सेडिंग चल भी चल रहा है.
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उत्पादन बढ़ा रही कोल इंडिया
कोल इंडिया लगातार अपना उत्पादन भी बढ़ा रही है. पिछले कुछ दिनों से पावर सेक्टर को लगातार 16.1 लाख टन प्रति दिन कोयले की आपूर्ति की जा रही है. एक बार हालत सुधरने पर जब पावर सेक्टर, कोल फायर्ड प्लांट्स में कोयले का स्तर सुविधाजनक स्थिति में पहुंच जाएगा, तब दूसरे सेक्टर को फिर से नियमित रूप से कोयले की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी.