देश-विदेशPosted at: नवम्बर 17, 2022 अपने साथ दो पृष्ठों का आवेदन लेकर ईडी दफ्तर गये सीएम हेमंत सोरेन
न्यूज11 भारत
रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को 12 बजे से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. उन्हें समन कर ईडी कार्यालय बुलाया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने साथ दो पन्नों का नोट सहायक निदेशक देवव्रत झा के नाम से उद्धृत कर ले गये हैं. उन्होंने अपने पत्र 12 बिंदुओं का उल्लेख किया गया है. इसमें अवैध खनन और ट्रांसपोर्टेशन को निराधार बताया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि 29 दिसंबर 2019 को मेरी सरकार ने कार्यभार संभाला था. मेरे नेतृत्व में पत्थर खनन से प्राप्त होनेवाली रॉयल्टी में भारी वृद्धि हुई है. दो वर्षों में कोरोना काल में 2019-20 में 270 करोड़ और 2021-22 में 360 करोड़ रुपये की रायल्टी राज्य सरकार को मिली. इसमें से बीस प्रतिशत यानी 72 करोड़ से अधिक स्टोन खनन से मिले. ऐसे में साहेबगंज में एक हजार करोड़ का अवैध खनन कैसे हुआ. दो वर्षों में सिर्फ नौ करोड़ मीट्रिक टन पत्थर का खनन हुआ. इसमें 60 फीसदी बोल्डर, 35 फीसदी स्टोन चिप्स और पांच फीसदी डस्ट हैं. नौ करोड़ मीट्रिक टन के करीब पत्थर खनन साहेबगंज में हुआ. दो वर्षों में आठ करोड़ मीट्रिक टन पत्थर के लिए 20 हजार से अधिक रेलवे रैक और 33 लाख से अधिक ट्रकों से ट्रांसपोर्टेशन होना जरूरी है. दो वर्षों में रेलवे के 65 सौ रेलवे रैक साहेबगंज जिले से पत्थर का खनन हुआ. ईडी बगैर तथ्यों और आंकड़ों के हिसाब से काम कर रही है. विपक्षी दल भाजपा ने रवि केजरीवाल से मुझे अवैध खनन में फंसाने का काम किया है. रवि केजरीवाल झामुमो का एक सदस्य था, जिसे 2020 में हटा दिया गया. तब से रवि केजरीवाल मेरा जानी दुशमन बन गए है.