न्यूज11 भारत
छूटनी देवी को उनके काम के लिए मंगलवार को पद्म सम्मान से सम्मानित किया गया. जिसके बाद आज यानी गुरुवार को वो वापस झारखंड लौटी, जहां लोगों ने उनका ढ़ोल-नगाड़ो के साथ स्वागत किया. वहीं, मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि सम्मान पाकर काफी खुश हूं. उन्होंने ये भी बताया कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मेरी बात हुई और उन्होंने भी मेरे काम की काफी सराहना की. आपको बता दें कि वो झारखंड की महिला है जिन्हें पद्म सम्मान दिया गया है.
वहीं, उन्होंने कहा कि मैं अब अपनी जैसी कई और महिलाओं को सशक्त करुंगी. रांची एयरपोर्ट पर उतरते के साथ उन्होंने संकल्प नामक अभियान की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर की. उन्होंने कहा कि इस अभियान को झारखंड के सभी 24 जिलों में चलाया जाएगा और इस अभियान का मुख्य उद्देशय डायन प्रथा से प्रताड़ित लोगों को मदद करेगी, इसके साथ ही उन्हें सशक्त भी करेंगी. वहीं, सरकार से क्या मदद चाहती है पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार ने चाहती हूं कि मुझे गाड़ी और आम जरुरी सुविधा मिलनी चाहिए.
क्या है पूरा मामला
छुटनी महतो झारखंड के सरायकेला जिला अंतर्गत गम्हरिया प्रखंड के बीरबांस निवासी है. इसकी शादी महज 12 साल में ही कर दी गई थी. कुछ साल बाद जब छुटनी के पड़ोसी के बच्चें बीमार होने लगे तब ग्रामीणों को शक हुआ कि छुटनी ने कुछ किया है, जिसके चलते बच्चें बीमार हो रहे हैं. इसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गई, जहां उसे डायन करार देते हुए लोगों ने घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की थी.
दुष्कर्म की कोशिस के बाद जब पंचायत बुलाई गई तो पंचायत ने उल्टा छुटनी महतो को ही दोषी करार दिया और 500 रुपए का जुर्माना लगा दिया. उस वक्त छुटनी महतो ने किसी तरह जुगाड़ कर जुर्माना भर दिया. इसके बाद भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. ग्रामीणों ने ओझा-गुनी के माध्यम से उसे शौच पिलाने का भी प्रयास किया था. मैला पीने पर मना करने पर जबरन उसके शरीर पर फेंक उसे बेइज्जती किया गया. उसने थाना में भी प्राथमिकी दर्ज कराई. मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी तो हुई, लेकिन कुछ दिन बाद ही सभी निकल गए.
ग्रामीणों की प्रताड़ना से तंग आकर वो ससुराल छोड़ पति व बच्चों को लेकर बीरबांस स्थित मायके आ गई, लेकिन कुछ वर्ष बाद ही पति धनंजय महतो ने भी तीन बच्चों को छोड़ गांव लौट आया. इसी वर्ष 30 जून को पति धनंजय महतो का निधन हो गया.
छूटनी की कहानी छूटनी की जुबानी