श्रीकांत/न्यूज11 भारत
गिरिडीह/डेस्कः गिरिडीह चार दिवसीय लोक आस्था के चैती छठ के दूसरे दिन शनिवार को भक्ति भावना के साथ खरना संपन्न हुआ. रविवार को व्रती तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे. सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ का समापन हो जाएगा.
शनिवार को जिन घरों में छठ पूजा होती है वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया. व्रती दिन भर निर्जला उपवास में रहे. शाम में नेम-निष्ठा के साथ व्रतियों व श्रद्धालुओं ने खीर का प्रसाद बनाया. इसके बाद व्रतियों ने भगवान भास्कर की पूजा कर खीर-रोटी का प्रसाद अर्पित किया. इस दौरान सुहागिन महिलाओं ने व्रतियों के पैर छूकर आर्शीवाद लिए. व्रतियों ने सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगाकर आर्शीवाद दिया. व्रती महिलाओं के प्रसाद ग्रहण करने के बाद श्रद्धालुओं ने खीर-रोटी का प्रसाद ग्रहण किया. इस दौरान छठ गीतों से माहौल छठमय बना रहा.
36 घंटे का निर्जला उपवास शुरु
शनिवार को खरना संपन्न होने के साथ ही व्रतियों के 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरु हो गया. भीषण गर्मी में व्रती महिलाओं में छठ को लेकर उत्साह है. रविवार को फल की खरीदारी को लेकर बाजार में भीड़ उमड़ेगी. इधर फल के दाम काफी मंहगे है. सेव की कीमत 140 रुपए किलो तो संतरा की कीमत 100 रुपए से किलो से अधिक है. मंहगाई पर श्रद्धा भारी है और श्रद्धालुओं में छठ को लेकर उत्साह है.