नई दिल्ली/रांची: सीबीआई की नई दिल्ली की एक विशेष अदालत ने कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले में रांची के विनय प्रकाश समेत पांच लोगों को दोषी करार दिया है. विनय प्रकाश डोमको प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. इनकी सजा के बिंदु पर कोर्ट में 15 सितंबर को सुनवाई होगी. उक्त मामले में चार जिन अन्य लोगों को दोषी पाया गया है. जिसमें डोमको प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक वसंत दिवाकर मांजरेकर, परमानंद मंडल और कोलकाता के चार्टर्ड एकाउंटेंट संजय खंडेलवाल सम्मिलित हैं. सीबीआई ने डोमको प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भी दोषी माना है.
सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट की थी फाइल
यह घोटाला लालगढ़ कोल ब्लॉक आवंटन से जुड़ा है. सीबीआई ने इस मामले में डोमको प्राइवेट लिमिटेड और इसके प्रमोटर्स और डायरेक्टर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया था.1993 से 2005 के बीच कोल ब्लॉक्स के आवंटन में गड़बड़ियों के संबंध में केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देश पर मामले दर्ज करने के बाद 22 दिसंबर 2015 को सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट फाइल की थी.
क्या है आरोप है
डोमको प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर और एमडी बिनय प्रकाश ने कई लोगों के साथ मिलकर गलत कागजात के आधार पर लालगढ़ कोल ब्लॉक का आवंटन हासिल किया था. कोल ब्लॉक के इस गलत आवंटन के जरिए उन्होंने 7 करोड़ रुपये का नाजायज लाभ कमाया.