Friday, Apr 19 2024 | Time 16:32 Hrs(IST)
 logo img
  • NTPC परियोजना परिसर में लगी भीषण, लोगों में मची अफरा-तफरी
  • अनुशासनात्मक कार्रवाई से पहले विभाग को परिस्थितियों की जांच और गंभीरता को ध्यान में रखना चाहिए- HC
  • डुप्‍लीकेट शिप्रा एक्‍सप्रेस को रेलवे ने चलाने का किया ऐलान, Jharkhand के इन स्‍टेशनों पर भी रुकेगी
  • डुप्‍लीकेट शिप्रा एक्‍सप्रेस को रेलवे ने चलाने का किया ऐलान, Jharkhand के इन स्‍टेशनों पर भी रुकेगी
  • जैक बोर्ड दसवीं परीक्षा में हज़ारीबाग़ इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं का दबदबा, स्टेट टॉपर तीनों इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय से
  • Hemant Soren और उनके परिवार के खिलाफ बयानबाजी मामले में हाईकोर्ट ने बाबूलाल मरांडी को दी राहत
  • बारात निकालने की थी तैयारी, हल्दी-मेहंदी की रस्म भी हो गई थी पूरी, कानूनी तौर पर दुल्हे की उम्र कम, रोकी गई शादी
  • खूंटी में बड़े पैमाने पर हो रही अफीम की खेती को लेकर कोर्ट की स्वतः संज्ञान पर हुई सुनवाई
  • बिना लाइसेंस के ट्रेन से गिरकर विक्रेता की मौत मामले में हाईकोर्ट ने मुआवजा देने से किया इनकार
  • रामनवमी में सांसद जयंत सिन्हा की गैर मौजूदगी में उनके पुत्र आशिर सिन्हा दिखे सड़कों पर
  • लोकसभा चुनाव को लेकर सिमडेगा पुलिस हाई अलर्ट, बढ़ाई जाएगी जिले की सुरक्षा
  • गोड्डाः पुलिस की गोली से निर्दोष युवक की मौत से घर में टूटा दुखों का पहाड़
  • गोड्डाः पुलिस की गोली से निर्दोष युवक की मौत से घर में टूटा दुखों का पहाड़
  • जमीन कारोबारी कमल भूषण के एकाउंटेंट की हत्या मामले आरोपी को कोर्ट से नहीं मिली राहत
  • सिमडेगा पुलिस ने चोरी के अभियुक्त के घर चिपकाए इस्तेहार, कोर्ट में सरेंडर करने का दिया निर्देश
NEWS11 स्पेशल


टेंडर मैनेज का खेल: डमी फर्म खड़ा कर चहेतों को दिए जा रहे लाखों के काम

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में हर घर नल जल योजना में अनियमितता, मंत्री से शिकायत
टेंडर मैनेज का खेल: डमी फर्म खड़ा कर चहेतों को दिए जा रहे लाखों के काम
न्यूज11 भारत




रांची: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में टेंडर मैनेज का खेल जारी है. सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी पेयजल विभाग के इंजीनियर अपने फायदे के लिए सरकारी कोष को नुकसान पहुंचा रहे है. टेंडर मैनेज कर लाखों वारे न्यारे कर रहे हैं. पेयजल मंत्री मिथलेश ठाकुर तक शिकायत पहुंची, तो मंत्री ने मामले की जांच कराने की बात कही. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में इन दिनों हर घर नल-जल योजना के लिए ताबड़तोड़ निविदा निकाली जा रही है. विभाग के सभी 32 प्रमंडलों में निविदा निकालने और उसे अंतिम रूप दिये जाने का काम चल रहा है. रांची, दुमका, गढवा, हजारीबाग सहित कई जिलों में हर घर नल जल योजना से संबंधित टेंडर को अंतिम रूप दिया जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए राज्य सरकार को छह हजार करोड़ मिलेंगे. इस योजना से आम लोगों के घरों तक पानी पहुंचेगा या नहीं, यह दूर की बात है, मगर इस योजना के टेंडर में जिम्मेवार इंजीनियर कमिशन के रूप में मोटी रकम अपने घर ले जाएंगे. 

 

टेंडर में एक ही व्यक्ति की कंपनी एल वन और एल टू घोषित

 

राजधानी रांची के डोरंडा स्थित रांची पश्चिम प्रमंडल में टेंडर मैनेज का खेल सामने आया है. मंत्री ने जांच के आदेश विभागीय अफसरों को दिया है. न्यूज11 भारत को मिली जानकारी और साक्ष्य के अनुसार प्रमंडल की ओर से 30 पैकेज में 20 करोड़ से अधिक की निविदा निकाली गयी. इस निविदा में सब कुछ पहले से ही मैनेज था. एक ग्रुप का उदाहरण लें, तो प्रमंडल के इंजीनियरों ने अपने चहेते कंपनी रांची के आरपी भोजनवाला को 77 लाख से अधिक का काम दे दिया. मजेदार बात है कि इस ग्रुप का काम लेने के लिए आरपी भोजनवाला ने अपने ही दूसरे फर्म सूरजमल ओंकारमल के नाम से सेकेंड पार्टी के रूप में डमी फर्म भरा था. यानी, काम हड़पने के लिए फर्म ने उस ग्रुप के टेंडर में किसी दूसरी कंपनी को शामिल ही नहीं होने दिया. इंजीनियरों की मिलीभगत से एक ही व्यक्ति एक टेंडर में शामिल हुए. और उसे कागजी खानापूर्ति कर इंजीनियरों ने कार्य आवंटित भी कर दिया. यानी एक टेंडर में एक ही व्यक्ति की कंपनी एल वन और एल टू रही.

 


 

फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर से अन्य कंपनियों को किया गया बाहर

 

पेयजल एवं स्वच्छता रांची पश्चिम प्रमंडल द्वारा किए गए टेंडर के जिस ग्रुप में आरपी भोजनवाला को कार्य आवंटित हुआ. इस ग्रुप में बिहार की रामसखी इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और अनबू ड्रिलर्स ने भी निविदा डाली थी. आरपी भोजनवाला को -1.05 प्रतिशत कम दर पर निविदा आवंटित कर दी गयी. यह कहा गया कि सूरजमल ओंकारमल ने 5.50 फीसदी अधिक दर भरा था. जबकि रामसखी इंटरप्राइजेज और अनबू ड्रिलर्स के आवेदन को यह कहते हुए रद्द कर दिया गया कि एज पर एनआइटी एंड एनेक्सर-1 दोनों कंपनियां क्वालिफाई नहीं करती हैं. यह 30 ग्रुप में सबसे बड़ी राशि की निविदा थी. इंजीनियरों ने तकनीकी खामी बताते हुए अपने चहेती कंपनी को कार्य आवंटित कर दिया. 

 


 

जांच होने पर सामने आएगा टेंडर मैनेज का बड़ा खेल

 

हर घर जल योजना के लिए रांची पश्चिम प्रमंडल की तरफ से रानडो ग्रुप, पतरातू ग्रुप, साहेदा ग्रुप, शकरपुर ग्रुप, ताबेर कलन ग्रुप, माइमांडु, देवगांव, पोला, होचर, उषामातु, गढ़ाटोली, करंबा, बेगीं, जामुरी, हर्रा, आरा, दुरू, नावाडीह, चंपा, मदनपुर, केशकानी टोला के लिए निविदा आमंत्रित की गयी थी. इसमें प्रमंडल के इंजीनियरों ने अपने मनचाहे संवेदकों को मानचाहा कार्य आवंटित कर दिया. इसके एवज में प्रमंडल के इंजीनियरों को संवेदकों ने उपकृत किया. कमिशन के रूप में मोटी रकम दी. मिली जानकारी के अनुसार टेंडर निकलने से पहले ही सारे काम मैनेज हो गए थे. टेंडर में उन्हीं कंपनियों को कनीकी और वित्तीय आवेदन बॉक्स में जमा करने को कहा गया था, जिनकी पहले से प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता शशि शेखर से बातचीत हो गयी थी. इस निविदा का कंपेरेटिव स्टेटमेंट भी तैयार नहीं किया गया था. पर जैसे-जैसे बात बनी, सभी चहेते संवेदकों के  कंपनियों को कार्यादेश दे दिया गया. सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि निविदा में अस्वीकृत आवेदनों के संबंध में अधीक्षण अभियंता के स्तर से आदेश जारी कराया गया.
अधिक खबरें
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
अप्रैल 08, 2024 | 08 Apr 2024 | 1:56 AM

हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से खास बातचीत, बेबाकी से रखी अपनी बात
अप्रैल 05, 2024 | 05 Apr 2024 | 9:36 AM

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने आवास ऋषभ वाटिका में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की राजनीति के अलावे देश के बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 1984 में भले ही हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझे महज 10 हुजार 727 वोट दिया लेकिन मुझे इन वोटों के साथ एक निर्वाचन क्षेत्र मिल गया. मैं जब चाहूं हजारीबाग में भाजपा को दो फाड़ कर सकता हूं. इन 40 वर्षों के अपने इ

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य
मार्च 28, 2024 | 28 Mar 2024 | 11:25 AM

झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है.

Summer Vacation: अगर आप भी गर्मी में कर रहे है घूमने का प्लान तो जरूर विजिट करें देश की ये बेस्ट जगहें
मार्च 18, 2024 | 18 Mar 2024 | 1:20 AM

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए जगह बदल जाती है. अब लोगों को लगभग लगभग ठंड से राहत मिल गयी है. वहीं अब गर्मी का मौसम आने वाला ही है. ऐसे में लोग अभी से ही गर्मियों की छुट्टी में घूमने का प्लान बना लेते है. अगर आप भी घूमने का प्लान बना

महिलाओं को सफर में नहीं लेना होगा टेंशन क्योंकि अब साथ है 'मेरी सहेली'
मार्च 15, 2024 | 15 Mar 2024 | 3:21 AM

दिन-ब-दिन महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. ट्रेन हो या चाहे बस कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह की योजना लाई जाती है. मेरी सहेली योजना भी एक ऐसी योजना है, जिसमें महिलाओं को यात्रा के समय सुविधाएं दी जाती है.