प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-कटकमसांडी प्रखंड विकास पदाधिकारी सबिता सिंह और जन सेवा परिषद टीम सदस्यों के संयुक्त प्रयास से एक नाबालिग बच्ची का बाल विवाह होते होते रह गया. यह मामला पबरा पंचायत ग्राम हरिना की है जहां मुस्कान कुमारी पिता संतोष रजक है, जिसकी उम्र अठारह वर्ष से कम थी और उसकी शादी बीस अप्रैल को होनी थी. विवाह की तैयारी पूरी कर ली गई थी. सभी मेहमान आ गए थे. बारात का इंतजार किया जा रहा था. इसी क्रम में सीडब्ल्यूसी को इसकी सूचना मिली. तत्पश्चात बीडीओ को सूचना दी गई. जिसके बाद बीडीओ सबिता सिंह समय ना गवाते हुए पुलिस दल बल के साथ उस लड़की के घर पहुंची. मां बाप और प्रशासन के बीच बॉन्ड करवाया गया और शादी रोक दी गई. शादी रोकने का आश्वासन मिलने के बाद उसके परिवार के सदस्यों को छोड़ा गया.
प्रखंड की बीडीओ ने बताया की बाल विवाह एक कानूनी अपराध तथा सामाजिक कुरीति भी है जिसे किसी भी कीमत पर बंद होना चाहिए. प्रखंड में कहीं भी बाल विवाह का मामल आएगा तो रोकेंगे और विधि सम्मत करवाई भी होगी. जन सेवा परिषद के सचिव राम लाल प्रसाद कहते है की पिछले वर्षो से ही हमलोग बाल विवाह ,बाल श्रम ,बाल यौन उत्पीडन का मामल को कम करने के लिए जागरूकता अभियान रैली,शपथ,प्रतिनिधि से शपथ इन सभी के माध्यम से संदेश दिया है.इससे पहले भी बाल विवाह के कई मामले रोके है और आगे भी रोकने का प्रयास करेंगे . जन सेवा परिषद के सीएसडब्ल्यू मिथलेश राणा ने जानकारी देते हुए कहा की इस तरह का बाल विवाह का मामला प्रखंड क्षेत्र में नही हो इसे कम करने के लिए जागरूकत अभियान चलाया गया है और आगे भी चलाया जाएगा.सभी जनप्रतिनिधि ,शिक्षक ,सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धि जीवी से अपील है की इस तरह का मामल को छिपाए नही उजागर करे ताकि इसे तरह का अपराध की पुनरावृति न हो सके.