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रांची: झारखंड में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा उप चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है. मांडर विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की ने भाजपा उम्मीदवार को सीधे मुकाबले में 23 हजार से अधिक मतों से हरा कर अपने पिता की जीतवाली सीट पर कब्जा बरकरार रखा.
इस चुनाव में भाजपा का खेमा फिर से चुनावी समर में हार गया. राज्य में झामुमो के नेतृत्व में बनी गंठबंधन सरकार की यह लगातार चौथी जीत है. अब तक के चार विधानसभा उप चुनाव में झामुमो ने दो और कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की. यानी राज्य में हुए अब तक चार विधानसभा उप चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है.
मांडर विधानसभा के अलावा भाजपा को मधुपुर विधानसभा, दुमका विधानसभा और बेरमो विधानसभा उप चुनाव में हार मिली. मांडर विधानसभा उप चुनाव में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की साख दांव पर लगी थी. पर भाजपा ने गंगोत्री कुजूर को टिकट देकर जहां 2019 में पार्टी के उम्मीदवार देव कुमार धान को बागी बना दिया, वहीं देवकुमार धान के चुनावी मैदान में असद्दूदीन ओबैसी की पार्टी से चुनाव लड़ कर 21 हजार से अधिक मत काट लिये, जो शायद भाजपा के खाते में जाते. सरना और आदिवासी मतों के बिखरने की वजह से भाजपा का कुनबा यहां भी बिखर गया.
बताते चलें कि इससे पहले हाजी हुसैन अंसारी के निधन से खाली हुई मधुपुर विधानसभा की सीट पर झामुमो के हफीजुल अंसारी ने जीत हासिल की थी. मधुपुर उपचुनाव में झामुमो उम्मीदवार व मंत्री हफीजुल हसन ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को 5292 वोट से पराजित किया था. हफीजुल हसन को 1,10,812 मत मिले थे, वहीं, भाजपा के गंगा नारायण को 1,05,565 वोट मिले हैं. बताते चलें कि 17 अप्रैल 2021 को उपचुनाव के तहत मतदान संपन्न हुआ था, जिसमें 71.60% वोटिंग हुई थी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा छोड़ी गयी दुमका विधानसभा में भी भाजपा को हार मिली थी. झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन ने भाजपा के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को दुमका विधानसभा उप चुनाव में 6842 वोटों से हराया था. बसंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई की हैसियत से चुनाव लड़ा था. इस सीट पर तीन नवंबर 2020 को मतदान हुआ था. झामुमो, भाजपा के अलावा दुमका सीट पर 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. इस उप चुनाव में कुल 65.27 फीसदी वोट पड़े थे.
इसी तरह कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक रहे राजेंद्र सिंह के निधन से बेरमो विधानसभा के लिए भी उप चुनाव तीन नवंबर 2020 को हुआ था. कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जय मंगल ने चुनाव जीता था. कांग्रेस के कुमार जयमंगल ने बीजेपी के योगेश्वर महतो 'बाटुल' को 14,225 वोटों से हराया था.