रांची: बीजेपी ने पिछले 6 महीनों में 4 राज्यों के 5 सीएम को बदल दिया.इन राज्यों में अगले दो वर्षों में चुनाव होने हैं और उससे पहले पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती जो झारखंड में हो चुका है.दरअसल पार्टी बहुत कम जगहों पर पहले से सीएम फेस के साथ चुनाव लड़ती है, लेकिन 2019 में झारखंड में तत्कालीन सीएम रघुवर दास के ओवर कॉन्फिडेंस पर पार्टी ने भी कॉन्फिडेंस दिखाया.उन्हें पूरी छूट दी.यहां तक की वरिष्ठ नेता सरयू राय का टिकट तक काट दिया गया.
पैकेजिंग बदल जनता को बरगलाने की हो रही है कोशिश
बीजेपी ने 75 प्लस के नारे के साथ चुनाव लड़ा.लेकिन, हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले महागठबंधन की लहर ने ना सिर्फ बीजेपी का सपना चूर कर दिया.साथ ही जिस मांझी को नाव सौंपी वो अपनी नाव ही डूबो बैठा.कांग्रेस और जेएमएम की माने तो बीजेपी को जमीनी हकीकत पता चल चुकी है और यही वजह है कि पैकेजिंग बदल जनता को बरगलाने की कोशिश हो रही है. महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के दर्द से परेशान जनता सब जानती है.
खरा नहीं उतरने वाले का बदला जा रहा है चेहरा
राज्यों में सीएम को बदलने को झारखंड से जोड़ कर देखा जा रहा है.लिहाजा झारखंड के सत्ताधारी इसपर चुटकी ले रहे हैं.वहीं, बीजेपी के नेता बीच-बचाव करते दिख रहे हैं. झारखंड में चुनाव से पहले रघुवर दास के चेहरे पर इतना भरोसा को लेकर पार्टी के अंदर से ही अवाज उठी थी.लेकिन केंद्रीय नेृत्व ने इसपर ध्यान ही नहीं दिया और नतीजा सबने देखा.कहा जा रहा है कि यही वजह की बीजेपी के अपेक्षाओं के मुताबिक खरा नहीं उतरने वाले चेहरों को बदल रही है.
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