न्यूज 11 भारत
रांची : माइंस घोटाले में ईडी जल्द ही हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से पूछताछ के लिए समन जारी कर सकती है. तीन दिनों से माइनिंग ऑफिसर से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है. इसी के आधार पर पंकज मिश्रा से भी पूछताछ की जा सकती है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की आय व संपत्ति की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने आयकर विभाग को पत्र लिखा था. आयकर विभाग पंकज मिश्रा के आय व संपत्ति का आंकड़ा जुटा रहा है. ईडी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ रही है, उसमें पता चल रहा है अवैध माइनिंग की मॉनिटरिंग पंकज मिश्रा करता है. उसके इशारे पर ही झारखंड का स्टोन चीप्स बांग्लादेश तक पहुंचता है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साहिबगंज की बरहेट सीट से विधायक हैं और पंकज मिश्रा उनके प्रतिनिधि हैं. पंकज मिश्रा पिछले दिनों तब चर्चा में आए थे जब संताल परगना में कई आदिवासी संगठनों व अन्य लोगों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था और अवैध खनन में उनकी संलिप्तता का दावा किया था. अबतक ईडी की पूछताछ में दोनों डीएमओ ने संथाल परगना के क्षेत्र में अवैध उत्खनन व खनन माफिया के मजबूत नेटवर्क पर महत्वपूर्ण जानकारियां ईडी के अधिकारियों को दी है.
अवैध माइनिंग से सरकार को अरबों के राजस्व का नुकसान
ईडी की पूछताछ में डीएमओ ने बताया है कि कैसे गंगा नदी के जरिए अवैध तरीके से स्टोन चिप्स झारखंड से सीमा पार बांग्लादेश में पहुंचते हैं. पूरे क्षेत्र में कैसे विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का राज चलता है. वे ही संथाल परगना में खनन के व्यवसाय को नियंत्रित करते हैं. इन सभी जानकारियों को ईडी ने जुटा लिया है. अब यह संभावना बन रही है कि बहुत जल्द ही पंकज मिश्रा को भी ईडी पूछताछ के लिए समन कर सकता है. ईडी के अधिकारी पिछले तीन दिनों से दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण चंद्र किस्कू व पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह से पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ में यह साफ हो गया है कि अवैध खनन व परिवहन से मनी लांड्रिंग के साथ-साथ सरकार के राजस्व को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
पूछताछ में खुलासा : बंगाल का खनन माफिया संथाल में सक्रिय
ईडी की जांच में यह साफ हो गया है कि संथाल में अवैध माइनिंग होती है. संथाल में स्टोन चिप्स रोजाना बंगाल भेजे जाते हैं. बंगाल के कुछ खनन माफिया संथाल में सक्रिय हैं. इनका पूरा सिंडिकेट यहां काम करता है. यहां के तीन जिले पाकुड़, दुमका व साहिबगंज की पूरी खनन गतिविधियों को इनका ही सिंडिकेट नियंत्रित करता है. खनन पदाधिकारियों से ईडी को यह जानकारी मिली है कि स्टोन चिप्स अवैध तरीके से बांग्लादेश तक पहुंच रहा है. बिना परिवहन चालान के ही रेलवे के माध्यम से भी माल ढुलाई होती है.