न्यूज11 भारत
रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में जिस तरह से चूक का मामला सामने आया है, उसके बाद तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बीच गृह मंत्रालय की ओर से भी इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को लेकर खुफिया जानकारी और इनपुट पंजाब पुलिस को दिए गए थे. बावजूद इसके पंजाब पुलिस ने ब्लू बुक नियमों का पालन नहीं किया, पीएम के लिए आकस्मिक और वैकल्पिक रास्ते को ब्लू प्रिंट तैयार नहीं किया गया. बता दें कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की ब्लू बुक में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर दिशा-निर्देश होते हैं.
ब्लू बुक का नहीं हुआ पालन
गृह मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार राज्य की पुलिस को ब्लू बुक के नियम के अनुसार आकस्मिक रास्ते को तैयार करना होता है जिससे कि विपरीत परिस्थिति में प्रधानमंत्री को इस रूट से ले जाया जा सके. जिस तरह की स्थिति पंजाब में बनी वैसी स्थिति में वैकल्पिक रास्ते से पीएम को ले जाना चाहिए था, जोकि नहीं हुआ. अधिकारी ने बताया कि आईबी के अधिकारी लगातार पंजाब पुलिस के संपर्क में थे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को लेकर पंजाब पुलिस को सतर्क किया था कि वह पीएम मोदी के काफिले की ओर बढ़ रहे हैं, पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने इस बात का आश्वासन दिया था कि वीआईपी की सुरक्षा का पूरा इंतजाम है.
इसे भी पढ़े...पाकिस्तान के इस सांसद का डांस स्टेप दे रहा कटरीना कैफ को टक्कर, Video Viral
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना के सामने इस मामले को लेकर अर्जी दी गई है. वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने चीफ जस्टिस से अपनी याचिका में बुधवार को पंजाब में पीएम मोदी का काफिले को रोके जाने और उनके वापस लौटने के मामले की जांच कराए जाने की गुजारिश की है. बताते चलें की पीएम की बुधवार को फिरोजपुर के बटिंडा में एक रैली थी. रैली में जाने के क्रम में उनके काफिले को 15 मिनट तक पंजाब के बठिंडा में रूकना पड़ा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला इसके बाद काफी तेजी से देश भर में वायरल हो गया. हुसैनीवाला राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाते वक्त रोड पर हो रहे प्रदर्शन के कारण बठिंडा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर जाम में फंस गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट तक जाम में फंसे रहे. प्रधानमंत्री को बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मानते हुए पंजाब सरकार को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कल पंजाब में उनके काफिले में सुरक्षा चूक की जानकारी ली. राष्ट्रपति ने गंभीर चूक पर चिंता व्यक्त की. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने पंजाब के बटिंडा की घटना पर गहरी चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा में चूक का बड़ा सवाल है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.