धनबाद: जिले में कोयला का अवैध कारोबार रुकने का नाम नही ले रहा है. निरसा क्षेत्र हमेशा से अवैध कोयला कारोबार को लेकर सुर्खियों में रहता है. हार्ड कोल प्लांट तथा कोयला डिपो के आड़ में अवैध कोयला कारोबार सेटिंग-गेटिंग से लगातार फल फूल रहा है. निरसा क्षेत्र में खनन विभाग ने छापेमारी कर सैकड़ों टन अवैध कोयला बरामद किया है साथ ही रिजेक्शन छाई भी मौके पर मिला है.
टीम को पावर प्लांट को भेजे जाने वाले एमपीएल कोयला में हेराफेरी करने का सुराग छापेमारी टीम को मिला है. इतनी बड़ी मात्रा में अवैध कोयला, रिजेक्शन छाई, पावर प्लांट जाने वाले उच्च क्वालिटी के कोयला को बदल कर घटिया क्वालिटी का कोयला भेजा जाता था. इसका खुलासा उस समय हुआ जब धनबाद जिला के निरसा क्षेत्र में खनन विभाग ने बड़ी छापेमारी की गई. श्याम ट्रेडर्स नामक कोल डिपो में छापेमारी की गई. ये कोल डीपो अरुण कुमार नामक शख्स का है.
छापेमारी टीम को कोयला डिपो में बगैर चालान के सैकड़ों टन अवैध कोयले का स्टॉक मिला. वहीं डिपो में रिजेक्शन छाई भी भारी मात्रा में मिली है. खास बात है कि एमपीएल पावर सेक्टर भेजे जाने वाले कोयला की हेराफेरी कोयला डिपो से करने के सुराग टीम को मिला है. MPL जाने वाली कोयले को अवैध तरीके से अनलोड कर घटिया क्वालिटी का कोयला मिला कर हेराफेरी की भी संभावना टीम ने जताई है. छापेमारी टीम में खान निरीक्षक सुनील कुमार, दिलीप कुमार, बीडीओ विकास राय और निरसा थाना प्रभारी सुभाष सिंह मौजूद थे.
इससे पहले धनबाद में ही गोविंदपुर थाना क्षेत्र के महादेव कोक प्लांट पर भी खनन विभाग ने छापेमारी बीते कुछ दिन पहले की थी. यहां अवैध कोयला कारोबार किंग कहे जाने वाले मैनेजर राय का कोक प्लांट है जहां पूर्व में भी छापेमारी करने के बाद इसे सील किया गया था लेकिन उसके बावजूद कोक प्लांट चलाया जा रहा था. यहां भी अवैध कोयला का भंडार खनन विभाग को मिला था