Saturday, Apr 20 2024 | Time 12:57 Hrs(IST)
 logo img
  • दिल्ली की दूरी तय करने के लिए कामेश्वर बैठा हुए हाथी पर सवार
  • जमीन घोटाला में आरोपी अफसर अली की डिस्चार्ज पिटीशन पर 25 अप्रैल को आदेश जारी करेगी PMLA की विशेष कोर्ट
  • एसवीएम विद्यालय प्रबंधन ने स्टेट टॉप 10 में शामिल छात्रों के घर जा कर मुंह मीठा करा बधाई दी
  • एसवीएम विद्यालय प्रबंधन ने स्टेट टॉप 10 में शामिल छात्रों के घर जा कर मुंह मीठा करा बधाई दी
  • जमशेदपुर: ईवीएम कमीशनिंग का सेक्टर पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
  • जमशेदपुर: ईवीएम कमीशनिंग का सेक्टर पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
  • यात्रीगण कृपया ध्यान दें, अब रांची से भागलपुर के लिए नई ट्रेन का होगा परिचालन, जानें टाइम-टेबल
  • यात्रीगण कृपया ध्यान दें, अब रांची से भागलपुर के लिए नई ट्रेन का होगा परिचालन, जानें टाइम-टेबल
  • स्कूटी को बचाने के चक्कर में ऑटो हुई हादसे का शिकार, पांच लोग घायल
  • Crime News: हैवान बना पति, प्रेग्नेंट पत्नी को जिंदा जलाया, गर्भ में पल रहे थे जुड़वां बच्चे
  • पाकुड़: चुनावी माहौल में भी जारी है मजदूरों का पलायन
  • पाकुड़: चुनावी माहौल में भी जारी है मजदूरों का पलायन
  • दो नाबालिग बच्चियों के दुष्कर्म मामले के आरोप में 3 नाबालिग चढ़े पुलिस के हत्थे
  • 14 वर्षो से फरार नक्सली बोदन मुण्डा को अड़की पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • 14 वर्षो से फरार नक्सली बोदन मुण्डा को अड़की पुलिस ने किया गिरफ्तार
देश-विदेश


अगर आप पीछे की जेब में पर्स रखते है..तो हो जाएं सावधान, आपका चलना-फिरना हो जाएगा मुश्किल

अगर आप पीछे की जेब में पर्स रखते है..तो हो जाएं सावधान, आपका चलना-फिरना हो जाएगा मुश्किल
न्यूज11 भारत

रांचीः पर्स रखने के लिए पुरूष अक्सर अपनी पैंट की पीछे वाली पॉकेट यानी जेब का इस्तेमाल किया करते है. अगर आपकी भी यही आदत है तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. आइए आपको बताते है कि पैंट के पीछे की पॉकेट (जेब) पर पर्स रखना आपके लिए खतरनाक क्यों हो सकती है..

 

पुरूषों का कहना है कि पैंट के पीछे वाले पॉकेट में पैसों के अलावे कई तरह के कार्ड्स रखने में उन्हें सहूलियत होती है जिसके कारण वे पर्स रखने के लिए हमेशा अपनी पैंट के पीछे वाले जेब का इस्तेमाल करते है. हालांकि आपकी यही छोटी सी आदत आपको कई परेशानियों के घेरे में ले सकता है यानी आपको कई गंभीर परेशानियों (बीमारियों) का सामना करना पड़ सकता है. इतना ही नहीं घंटों तक पैंट के जेब में पर्स रखने से आपको 'फैट वॉलेट सिंड्रोम' हो सकता है जिससे आपको चलने-फिरने और उठने-बैठने में दिक्कतें आ सकती है. मेडिकल टर्म में 'फैट वॉलेट सिंड्रोम' को 'पिरिफोर्मिम सिंड्रोम' कहा जाता है. 

 


 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 साल के एक व्यक्ति को यह बीमारी हुई जो हैदराबाद का रहने वाला था. उसे यह भी नहीं पता था वह फैट वॉलेट सिंड्रोम का शिकार हो चुका है. छोटी-मोटी नस की परेशानी सोचकर उसने इसे अनदेखा कर दिया लेकिन उसके बाद परेशानी और दर्द में बढ़ता ही गया. तीन महीने तक उसे नितंब से लेकर पैर और पंजों तक काफी दर्द होता रहा. इस बीच उसने कई ट्रीटमेंट कराई और दवाएं भी ली. लेकिन उसे कुछ भी राहत नहीं मिली बाद में डॉक्टर से जांच कराने पर उसे पता चला कि उसे 'फैट वॉलेट सिंड्रोम' हुआ है. 

 

जानें क्या है 'फैट वॉलेट सिंड्रोम'

इस बीमारी के शिकार हुए हैदराबाद के उस व्यक्ति को चलने-फिरने, उठने-बैठने यहां तक कि खड़े होने में काफी पेरशानी (दर्द) होता था उसने एमआरआई समेत कई तरह की जांच कराई. जिसमें उसे रीढ़ की हड्डी या पीठ के निचले हिस्से में नसों पर दबाव या संकुचन होने जैसी कोई भी शिकायत नहीं मिली. डॉक्टरों द्वारा बाद में उस व्यक्ति का नर्व कंडक्शन (एक तरह की जांच जिसके जरिए नसों में होने वाले नुकसान का पता लगाया जाता है) किया गया. जिसमें डॉक्टरों ने पाया कि उसके दाहिने साइटिक नर्व को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है. लेकिन डॉकर्टर्स यह पता नहीं सकें कि साइटिक नर्व में हुए नुकसान का कारण क्या था.

 

बेहद दर्दनाक हो सकता है 'फैट वॉलेट सिंड्रोम'

डॉक्टरों के जांच और पूछताछ करने पर व्यक्ति ने बताया कि वे अपने पैंट के पीछे की दाहिनी तरफ की पॉकेट पर अक्सर पैसों और कार्ड्स जैसी चीजों से लदा भारी पर्स रखा करता था. जो करीब 10 घंटों तक (ऑफिस से घर के आने तक) उसकी जेब में ही रखा रहता था. तब जाकर डॉक्टरों को पता चला कि उस व्यक्ति के इस बीमारी का कारण क्या है. डॉक्टर्स के मुताबिक, पॉकेट में भारी पर्स रखने की वजह से व्यक्ति की पिरिफोर्मिस मसल (मांसपेशी) दब गई थी जिसके कारण उसकी रीढ़ की हड्डी से पैर तक जाने वाली साइटिका नस पर दबाव पड़ रहा था.

 


 

कूल्हे और कमर में होता है तेज दर्द 

पीछे के पॉकेट में पर्स रखना पुरुषों के लिए असहजता तो होती है लेकिन अपनी सहूलियत के चक्कर में वह इसे अनदेखा कर देता है. जिसके कारण कई बार शरीर का बैलेंस बिगड़ता जाता है जिसके बाद उसके कमर और हिप्स पर दबाव पड़ता है. जानकारी के लिए आपको बता दें. कूल्हे की साइटिका नस कमर से ही गुजरती है जिसकी वजह से कूल्हे और कमर में तेज दर्द होता है. इतना ही नहीं अगर आप घंटों तक पीछे के पॉकेट में पर्स लिए बैठ रहे हो तो इससे आपके हिप ज्वाइंट्स में मौजूद पिरिफार्म मसल्स पर अच्छा दबाव पड़ता है. जिसके कारण खून का प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) रुक जाता है. साथ ही ऐसे में नसों में सूजन भी बढ़ सकती है. 

 

जानें कैसे बच सकते हैं

बैठते या गाड़ी चलाते समय आप अपने पर्स को अपनी पिछली जेब में ना रखें. बजाय आप अपने पर्स को सामने वाली अपनी जेब का इस्तेमाल कर सकते हैं. या शर्ट या जैकेट में रख सकते है. इससे आपकी आपके शरीर (पीठ के निचले हिस्से) पर तनाव नहीं पड़ेगा. और चलने-फिरने, उठने-बैठने में आपको कोई दिक्कत महसूस नहीं होगी. अगर आपको अपनी पिछली पॉकेट में ही पर्स रखना है तो आप अपने पर्स का भार कम कर सकते है जिससे आपका पर्स जितना हल्का होगा आपको उसे कैरी करने में उतनी ही आसानी होगी. 
अधिक खबरें
गर्मी में रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी! भारतीय रेल ने शुरू की समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
अप्रैल 19, 2024 | 19 Apr 2024 | 8:25 PM

गर्मी छुट्टी के दौरान यात्रियों को रेल यात्रा करने में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे की ओर से कई समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है.

डुप्‍लीकेट शिप्रा एक्‍सप्रेस को रेलवे ने चलाने का किया ऐलान, Jharkhand के इन स्‍टेशनों पर भी रुकेगी
अप्रैल 19, 2024 | 19 Apr 2024 | 3:13 PM

हावड़ा से इंदौर की तरफ जाने वाली शिप्रा एक्सप्रेस (Shipra Express) में लंबी वेटिंग लिस्ट को देखते हुए रेलवे ने डुप्लीकेट शिप्रा एक्सप्रेस (Duplicate Shipra Express) परिचालित करने का ऐलान किया है. बता दें, यह ट्रेन 19 अप्रैल को इंदौर से और 21 अप्रैल को हावड़ा से संचालित होगी.

बारात निकालने की थी तैयारी, हल्दी-मेहंदी की रस्म भी हो गई थी पूरी, कानूनी तौर पर दुल्हे की उम्र कम, रोकी गई शादी
अप्रैल 19, 2024 | 19 Apr 2024 | 2:23 PM

छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिला में प्रशासन एक बाल विवाह रुकवाने में सफल रही. नाबालिग दूल्हे की बारात मुंगेली जिला जाने को तैयार थी.

अप्रैल 19, 2024 | 19 Apr 2024 | 11:28 AM

देश में आज शुक्रवार से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान शुरू हो रहा है. इसके साथ ही देशभर में चुनाव का महापर्व शुरू हो गया है.

खुशखबरी ! अब झारखंड से साउथ इंडिया का सफर होगा आसान, देखें ट्रेनों की सूचि और टाइम और रूट
अप्रैल 19, 2024 | 19 Apr 2024 | 8:42 AM

झारखंड से साउथ की ओर सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर समाने आई है. बात दें, ट्रेनों में सफर करने वालों के संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सिकंदराबाद के साथ रक्सौल के बीच स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. रेलवे ने यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि यात्रियों की यात्रा आरामदायक हो.