स्पोर्ट्स डेस्क, न्यूज़11 भारत
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 25 नवंबर से खेला जाएगा. वहीं, दूसरा टेस्ट मुंबई के वानखेड़े में तीन दिसंबर से खेला जाना है. इन सबके बीच टीम इंडिया के खिलाड़ियों के खाने के मेन्यू को लेकर एक नया विवाद सामने आ गया है. कानपुर में खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई की ओर से तैयार डाइट चार्ट को लेकर ये पूरा विवाद है. आरोप लग रहे हैं की बीसीसीआई हलाल मीट को प्रोमोट कर रही है. मंगलवार सुबह ट्विटर पर बीसीसीआई प्रमोट्स हलाल (#BCCI_Promotes_Halal) ट्रेंड करने लगा. कई फैंस ने हलाल मीट को तवज्जो दिए जाने पर नाराजगी जताई है. खिलाड़ियों को बायो-बबल में रहना होगा. खिलाड़ी होटल लैंडमार्क टावर में रूके हैं. ऐसे में होटल प्रबंधन ने भारतीय खिलाड़ियों के लिए भोजन का मेन्यू जारी किया है. इस मेन्यू में ब्रेकफास्ट सहित लंच, स्नैक्स और डिनर सहित पांच बार के मेन्यू का जिक्र है.
मेन्यू में पोर्क और बीफ को बाहर रखा गया
इस मेन्यू में पोर्क और बीफ को बाहर रखा गया है. वहीं, मांसाहारी व्यंजन में केवल हलाल मीट परोसा जाएगा. इसे ही लेकर सोशल मीडिया पर विवाद मचा है. ट्वीट कर कई यूजर्स हलाल मीट को जरूरी बनाए जाने पर नाराजगी जता चुके हैं. वहीं, मांसाहारी व्यंजन में केवल हलाल मीट परोसा जाएगा. इसे ही लेकर सोशल मीडिया पर विवाद मचा है. ट्वीट कर कई यूजर्स हलाल मीट को जरूरी बनाए जाने पर नाराजगी जता चुके हैं.
यूजर्स के निशाने पर बीसीसीआई
कई यूजर्स का कहना है कि हलाल मीट मुस्लिमों के लिए जरूरी है. क्रिकेट में अन्य धर्म के खिलाड़ी भी हैं, ऐसे में ये फैसला सही नहीं है. फिलहाल बीसीसीआई की ओर से इस पूरे विवाद को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं, बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर डाइट प्लान जारी किया है या नहीं, इसे भी लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हैं. यूजर्स लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट का हवाला देकर बीसीसीआई पर निशाना साध रहे हैं.