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रांचीः योग गुरू रामदेव बाबा ने इस्लाम धर्म और मुस्लिम समुदाय के लोगों को लेकर एक बड़ा विवादित बयान दिया है. वहीं उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया है. मुस्लिम धर्मगुरूओं ने योगगुरू के इस बयान की आलोचना की है वहीं सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने उनपर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा है कि रामदेव बीजेपी पार्टी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे है उन्होंने यहां तक कह दिया कि रामदेव को कुरान शरीफ पढ़ लेना चाहिए.
एक धर्म सभा में दिया विवादित बयान
दरअसल, राजस्थान के बाड़मेर में आयोजित एक धर्म सभा को संबोधित करते हुए योगगुरू बाबा रामदेव ने कहा था कि 'इस्लाम धर्म में मुस्लमानों को सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी होता है. इस धर्म का मतलब भी सिर्फ नमाज पढ़ना ही होता है. और नमाज पढ़ने के बाद लोग अगर कुछ भी करते है तो वह सब जायज होता है. चाहें तो वह हिन्दुओं की लड़कियों को उठाने की बात हो, चाहे जिहाद के नाम पर लोगों को आतंकवादी बनाकर जो मन में आएं वो करवाएं. ' योग गुरू यहीं नहीं रुके, अपने संबोधित बयान में उन्होंने ईसाई धर्म को लेकर कहा कि दिन में भी चर्च में जाकर मोमबत्ती जलाओ, सारे पाप धुल जाएंगे. लेकिन हिंदू धर्म में ऐसा कुछ नहीं होता.
फर्जी बातें कर रहें बाबा रामदेव- सपा सांसद
इध, बाबा रामदेव के इस बयान से इस्लाम धर्मगुरूओं और मुस्लिम समुदाय के लोगों में बवाल मच गया है. धर्म गुरूओं ने रामदेव के इस बयान की कड़ी आलोचना की है वहीं सांसद शफीकुर्रहमान ने कहा कि बाबा रामदेव फर्जी बातें कर रहे है . उन्हें इस्लाम के बारे कुछ भी मालूम नहीं है. नसीहत देते हुए सांसद ने कहा कि बाबा रामदेव को कुरान शरीफ पढ़ लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देकर रामदेव बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश में है. लोगों को धोखे में डालकर बाबा रामदेव बीजेपी को मदद कर रहे है. और उन्हें 2024 चुनाव में जीत दिलाना चाहते हैं.
मजहब और राजनीति दोनों अलग-अलग- सांसद
बीजेपी निशाना साधते हुए सांसद ने आगे कहा, कि राहुल गांधी की मेहनत से बीजेपी को खतरा है. उन्होंने कहा कि मुसलमान अगर गुनाह करता है तो उसे इसी दुनिया में सजा मिलेगी और मरने के बाद भी उसे सजा मिलेगी. सांसद ने कहा कि मजहब और राजनीति दोनों अलग है मजहब के रास्ते में सियासत को लाना ठीक नहीं है सियासत और मजहब अलग-अलग हैं.