न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः बढ़ती भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण फजिकल हेल्थ के साथ-साथ मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ रहा है. कई लोग हीट एंग्जाइटी के शिकार पाए गए , आईएमडी ने देश के अधिक्तर इलाकों में लू का अलर्ट जारी कर रखा है, जिसका सीधा प्रभाव मानसिक हेल्थ पर पड़ता है, मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में काफी गर्मी पड़ने की संभावना है, ऐसे में लगातार बढ़ने वाली हीट वेव से बचना बहुत जरुरी है. इस गर्मी से सबसे ज्यादा बाहर धूप में काम करने वाले लोग परेशान हैं. मजदूर, किसान इन सारे लोगों पर गर्मी को लकेर मानसिक स्वास्थय पर ज्यादा असर पड़ता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले से जो किसी गंभीर मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं ऐसे लोगों में यदि तेज गर्मी पड़ती है तो वे ट्रामा सेंटर जा सकते हैं, या उनकी मौत भी हो सकती है. पहले से मेंटल प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों में डिप्रेसन और डिसऑर्डर होने का रिस्क बना रहता है. ऐसे लोगों में आत्महत्या के मामले भी ज्यादा देखने को मिलतें हैं.
स्युक्त राष्ट्र द्वारा साल 2022 में स्वच्छता, स्वास्थ को लेकर कई अहम फैसले लिए जा चुकें हैं , सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वच्छता के अधिकार पर जोर देते हुए सरकारों के लिए जलवायु संबंधित आपदाओं को लेकर अपने नागरिको को सुरक्षा के लिए प्रथमिकता देने को कहा है. जब शरीर उच्च तापमान के संपर्क में आता है तो वह अपने आप को ठीक से नियंत्रण नहीं कर पाता है जिससे हीट एंग्जाइटी से ग्रसित व्यक्ति को चक्कर, कमजोरी, सिरदर्द बेचैनी जैसी लक्षण देखने को मिलता है.
इससे बचने के उपाए
. कमजोरी, चक्कर आना , सिरदर्द, बेचैनी जैसी लक्षण आने पर जल्दी से अपने आप को ठण्डा करने की कोशिश करें, जैसे ठण्डे वातावरण में जाना ठण्डा पानी पीना आदि.
. इससे बचने के लिए हल्के रंग के ढीले कपड़े पहन सकते हैं, इससे शरीर में हवा का संचार होता रहेगा.
. तेज धूप में जाने से बचें , इससे हीट स्ट्रोक का खतरा बना रहता है, घर से बाहर निकलते समय छाता या टोपी का इस्तेमाल करें.
. ठण्डी जगह में आराम करें औऱ ज्यादा मेहनत करने वाले कामों को करने से बचें.
. खुद को इस दौरान हाइड्रेड रखना जरुरी है, इसलिए पानी पीने में कमीं नहीं करना चाहिए.