प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-हजारीबाग में "चुनाव पर्व" के साथ "कोयला पर्व" पर्व ने भी तेजी पकड़ ली है. जिले का बड़कागांव, चरही को कोयला तस्करों ने मुख्य केंद्र बनाया है जबकि जिले का विष्णुगढ़ और टाटी झरिया थाना क्षेत्र कोयला तस्करों का पड़ाव बन गया है. इन्ही पड़ावों पर जंगलों में चोरी का कोयला इकट्ठा कर बनारस की मंडियों में जाली पेपर के सहारे भेजा जा रहा है.
कोयला तस्कर बड़कागांव के मोइत्रा, रूडी, और गोंदलपुरा आदि जंगलों में अवैध खनन के जरिए बोरियो में कोयले को जमा करते हैं फिर कटकमदाग थाना क्षेत्र के रास्ते बनारस ट्रक के जरिए बनारस की मंडियों में भेज रहे हैं. सूत्रों के अनुसार इस रास्ते रोज करीब दस से पंद्रह ट्रक कोयला तस्करी की जा रही है. इस गोरखधंधे में बड़कागांव, कटकमदाग थाने की पुलिस के अलावा वन विभाग की भी सांठ गांठ बताई जा रही है. रास्ते में पुलिस और वन विभाग, खनन विभाग कभी उनका रास्ता रोकने और जांच की कोशिश नहीं करते क्यूंकि सबके हिस्से तय हैं.
जमीन कारोबार छोड़ साहेब के इशारे पर कोयला चोर बन गया "ऋषि"
इधर जिले के चरही थाना क्षेत्र में भी इन दिनों कोयला तस्करी के धंधे ने एक बार फिर उफान मारना शुरू कर दिया है क्योंकि एक " बड़े साहब" ने इसकी हरी झंडी दे दी हैं. चरही का "ऋषि" " बिग बॉस" की अनुमति के बाद " व्हाइट क्लास" जॉब " जमीन दलाली" को छोड़कर अब कोयले से अपने हाथ " काले" कर रहा है. कोयले की "काली कमाई" से अपना हाथ "गंदा" करने मैदान में उतरे " ऋषि" के बारे में कहा जाता है की उसने बकायदा धनबाद में कोयले के धंधे की ट्रेनिंग ली. इसके बाद उसने चरही पहुंच यहां पुलिस के साथ सेटिंग कर कोयला तस्करी का कारोबार शुरू किया है. उसका साथ चुरचू क्षेत्र की एक पूर्व जनप्रतिनिधि का पति भी दे रहा है. हाल के दिनों में "ऋषि" सिंडिकेट का दो ट्रक कोयला चरही से बाहर भेजा गया है.
"बिग बॉस" का आदेश "जरा थम थम कर बरसना"
सूत्रों के अनुसार चरही में " ऋषि" सिंडिकेट को बिग बॉस की एक सख्त हिदायत है. धोनी नहीं बनना बल्कि थम थम कर बरसना. मतलब सप्ताह में दो से तीन ट्रक की लूट की ही छूट दी गई है. ऋषि के सिंडिकेट में तबारक, चंदन, सोनू, रवि, सरफराज, आनंद नाम के स्थानीय युवकों की टोली शामिल है जो कभी जमीन की दलाली करते थे.
धनबाद में सख्ती के बाद हजारीबाग, कुजू आदि इलाकों में कोयला तस्करों की सक्रियता बढ़ी
सूत्रों के अनुसार कोयला तस्करी के लिए देश स्तर पर चर्चित धनबाद कोयलांचल में इन दिनों काफी सख्ती बरती जा रही है. धनबाद से परेशान कोयला तस्करो ने अब हजारीबाग को अपना ठिकाना बनाने की कोशिश शुरू कर दी है. कई तस्कर अपने संबंधों का लाभ उठा बिग बॉस की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं.