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रांची: मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर की 90.38 लाख की सात अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है. बता दें बहुचर्चित 1.08 करोड़ रुपये के अलकतरा घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को मेसर्स कौशल्या निर्माण प्राइवेट लिमिटेड और कौशल्या टाउनशिप प्राइवेट लिमिटेड की 90 लाख 38 हजार 912 रुपये की सात अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है. मालूम हो कि पहले भी ईडी ने मेसर्स कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड व इसकी सहयोगी कंपनियों के खाते से 18 लाख 40 हजार 939 रुपये जब्त की थी. इस प्रकार इडी ने घोटाले की लगभग सौ फीसद राशि को जब्त कर लिया है. मामले की जांच अभी भी जारी है.
जानिए क्या है मामला
मालूम हो कि दिसंबर में भी ईडी ने कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यालय व इसके निदेशकों से जुड़े चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी के हाथ करोड़ों के निवेश व जमीन से संबंधित कागजात लगे थे. जब ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत अलकतरा घोटाले में केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि मेसर्स कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड टाटानगर के 59 रसीद को जमा किया था, जिसमें केवल 33 रसीद ही सही पाए गए थे, शेष 26 रसीद जो 560.959 मिट्रिक टन अलकतरा से संबंधित थे, जिसकी कीमत 1.08 करोड़ रुपये थे, वे फर्जी साबित हुए थे.
इतना ही नहीं, उक्त फर्जी रसीद को गलत तरीके से सड़क निर्माण विभाग डालटनगंज के इंजीनियर ने भी बेईमानी कर पास कर दिया था. इससे यह साबित हुआ था कि केआइडीसीएल को गलत तरीके से 1.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. ईडी की रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज अलकतरा घोटाले के केस के आधार पर 1.08 करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग मामले में केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था. 2021 में इसी सिलसिले में ईडी ने मेसर्स कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बंगाल के झाड़ग्राम में कौशल्या हेरिटेज होटल को जब्त किया था.