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रांचीः संयुक्त राज्य अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में एक ड्रोन हमले में अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मार डाला है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को इसकी की घोषणा की. अल-जवाहिरी को खत्म करने के लिए हड़ताल शनिवार को की गई थी, बिडेन ने कहा, ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकवादी के परिवार के किसी भी सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचाया गया था.
जानें अयमान अल-जवाहिरी के बारे 5 चीजें
- अयमान अल-जवाहिरी का जन्म 19 जून, 1951 को अफ्रीकी राष्ट्र के गीज़ा में हुआ था. वे मिस्र के एक नागरिक थे. मई 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिका ने स्ट्राइक कर ओसामा बिन लादेन की हत्या कर दी थी जिसके बाद जून 2011 में उसे अल-कायदा के दूसरे 'जनरल अमीर' के रूप में घोषित किया गया था.
- बिन लादेन की तरह ही इन्होंने व्यवसाय और अर्थशास्त्र प्रशासन का अध्ययन किया था, जानकारी के अनुसार, सिविल इंजीनियरिंग में भी इन्होंने डिग्री हासिल की थी, इतना ही नहीं उनके उत्तराधिकारी भी उच्च शिक्षित लोग ही थे. 71 वर्षीय एक सर्जन थे जिन्होंने तीन साल तक मिस्र की सेना में अपनी सेवा दी थी.
- अक्टूबर 1981 में राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के लिए गिरफ्तार किए गए सैकड़ों लोगों में से 30 साल का अल-जवाहिरी भी उन लोगों में से एक थे. उस समय मुस्लिम ब्रदरहुड के एक सदस्य, उन्हें कथित तौर पर जेल में पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया था.
- 1998 में, अल-जवाहिरी ने मिस्र के इस्लामिक जिहाद (ईआईजे) की स्थापना की, जिसका अल-कायदा में विलय हो गया. बिन लादेन के एक प्रमुख सहयोगी के रूप में, उसका सीधा हाथ था या संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ कई हमलों में एक प्रमुख साजिशकर्ता था, जैसे कि अगस्त 1998 में डार एस सलाम (तंजानिया) और नैरोबी (केन्या) में अमेरिकी दूतावासों को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट. साथ ही 9/11 के हमले शामिल है.
- 9/11 के मद्देनजर, अमेरिकी विदेश विभाग ने अल-जवाहिरी को पकड़ने के लिए सूचना देने के लिए 2.5 मिलियन डॉलर तक के इनाम की घोषणा की, जिसने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के अनुसार, पूरे उपनामों की मेजबानी.
तालिबान ने की अमेरिकी हमलों की निंदा
अमेरिका के इस हमले का तालिबान के प्रवक्ता जबीहउल्लाह मुजाहिद ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन बताया. अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी कहा था कि काबुल में रविवार सुबह जोरदार धमाके की आवाज सुनी गई. प्रवक्ता अब्दुल नफी तकोर ने कहा कि शेरपुर में एक मकान पर रॉकेट से हमला किया गया था. चूंकि मकान खाली था, इसलिए कोई भी जख्मी नहीं हुआ.