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रांची: दो साल से सस्पेंड चल रहे एडीजी अनुराग गुप्ता को सोमवार को बड़ी राहत मिली है. राज्य सरकार ने उन्हें निलंबन मुक्त कर दिया है. जानकारी के अनुसार सोमवार देर शाम सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया. बताते चलें कि 22 अप्रैल 2022 को ही केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण कोर्ट (सीएटी) ने एडीजी अनुराग गुप्ता को निलंबन मुक्त करने का आदेश दिया था. जिसके तहत उन्हें निलंबन मुक्त कर दिया गया. 14 फरवरी 2020 को हेमंत सरकार ने सीआईडी के एडीजी पद पर कार्यरत अनुराग गुप्ता को निलंबित किया था. उन पर राज्यसभा चुनाव 2016 में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने के लिए बड़कागांव की तत्कालीन विधायक निर्मला देवी को लालच देने के साथ उनके पति पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को भी धमकाने का आरोप लगा था.
बाबूलाल मरांडी ने जारी किया था टेप
2016 में हुए राज्यसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक ऑडियो टेप जारी किया था. जिसमें एडीजी अनुराग गुप्ता, तत्कालीन विधायक निर्मला देवी और उनके पति योगेंद्र साव के बीच बातचीत की बात कही गई थी. पूरे मामले की शिकायत चुनाव आयोग से हुई थी. इस मामले में प्रथम दृष्टया जांच के बाद आयोग के आदेश पर एफआईआर भी हुआ था. फरवरी 2020 में अनुराग गुप्ता के निलंबन के बाद विभागीय कार्रवाई शुरू हुई थी. जांच की जिम्मेदारी तत्कालीन डीजीपी एमवी राव को दी गई थी. उन्होंने एडीजी को क्लीन चिट दिया था.