अशोक कुमार सिंह न्यूज11भारत
धनबाद/डेस्क
धनबाद में पेयजल समस्या आम हो गई है ग्रामीण हो या शहरी इलाका सभी जगह पानी की किल्लत है इसी क्रम में बीसीसीएल की सीसीडब्ल्यूओ कॉलोनी में करीब 55 लाख रुपए की लागत से जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है.पाइप लाइन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है.बहुत जल्द इस नई व्यवस्था के तहत कॉलोनी में रहने वाले बीसीसीएल कर्मियों को पानी की सप्लाई सुचारू हो जाएगी.फिलहाल पुरानी व्यवस्था से ही लोगों को पानी मिल रहा है.लेकिन जलापूर्ति के लिए नई व्यवस्था से बीसीसीएल कर्मियों में नाराजगी है.नाराजगी इसलिए कि नई व्यवस्था शुरू होने के बाद कभी भी चरमरा सकती है.भीषण गर्मी में पानी के लिए कॉलोनी वासियों को त्राहिमाम करना पड़ सकता है. कॉलोनी वासियों के लिए पानी की यह एक मात्र व्यवस्था है दूसरा और कोई भी विकल्प नहीं हैं.
नई व्यवस्था के तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में हैं. कॉलोनी वासियों का आरोप है कि सड़क किनारे प्लास्टिक की पाइप बिछाई गई हैं वहीं सिविल इंजीनियर संतोष मिश्रा द्वारा डंके के चोट पर कहा जा रहा है कि जमीन के एक फिट अंदर पाइप बिछाया गया है.लेकिन जो काम किया जा रहा है उसमे प्लास्टिक की पाइप जमीन के अंदर एक फिट नहीं बल्कि उससे भी कम है.मुख्य पाइप से क्वार्टर में कनेक्शन किया जा रहा है कही कही तो सड़क के किनारे पाइप दिखाई भी दे रहा है मुख्य पाइप के बगल से नाली निर्माण का काम चल रहा है.मुख्य पाइप से क्वार्टर में नाली से होकर यह पाइप क्रॉस करेगी.नाली में पानी के साथ आने वाले कूड़ा कचड़े इन पाइप में फंस कर रह जाएंगे.जिससे नालियों में अक्सर जाम की समस्या बनी रहेगी.सड़कों पर हर समय वाहनों का आवागमन होता है.जिसके कारण सड़क किनारे की मुख्य पाइप में एल्बो से क्वार्टर कनेक्शन किया गया है.सड़क पर चलने वाले वाहनों से यह पाइप की एल्बो क्षतिग्रस्त हो सकती है.क्योंकि मुख्य पाइप में लगे एल्बो सड़क से ऊपर है.मुख्य पाइप से एल्बो का ऊपर होना कहीं से उचित नहीं है. सड़कों पर चलने वाले वाहनों से यह एल्बो अक्सर क्षतिग्रस्त होते रहेंगे. कॉलोनी वासी इसके लिए हमेशा परेशान रहेंगे.यही नहीं सड़क किनारे नीचे लगाए पाइप प्लास्टिक के हैं.सड़क निर्माण के दौरान यह पाइप भी प्रभावित होंगे.जिसके बाद पानी के लिए हाहाकार मच सकता है.