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रांचीः झारखंड की राजनीति में हावड़ा कैश कांड को लेकर बवाल मचा हुआ है. असम के सीएम से मुलाकात करते हुए कांग्रेस विधायक अनुप सिंह की एक तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर को ट्विटर पर ट्वीट करते हुए असम के संसदीय कार्य, जल संसाधन और सूचना-जनसंपर्क विभाग के मंत्री पीजूस हजारिका ने कहा है कि झारखंड के तीन विधायकों पर पार्टी के ही विधायक कुमार जयमंगल ऊर्फ अनुप सिंह ने फेक एलीगेशन (बेबुनियाद आरोप) लगा कर विधायकों की गिरफ्तारी करायी है. जबकि विधायकों को फंसाने वाले विधायक खुद ही असम के सीएम हेमंता विश्वा से मिलने असम गये थे. बाद में असम के सीएम के साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मिलने गये. पांच दिनों बाद फैब्रिकेटेड प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. 26 जुलाई को अनूप सिंह प्रह्लाद जोशी से मिले थे. यह बैठक केंद्रीय मंत्री के आवास में सुबह नौ बजे हुई थी. जबकि रविवार 31 जुलाई को रांची के अरगोड़ा थाने में अनुप सिंह ने कैश कांड मामले में जीरो एफआइआर कराया. इसके बाद एक अगस्त को दर्ज कराये गये एफआइआर से मुकर गये.
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इधर इस कैश कांड मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा शर्मा का भी बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि झारखंड कांग्रेस के विधायक अनुप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह ने फेक एफआइआर दर्ज करायी है. इस एफआइआर को देखने से लगता है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस यह कहना चाह रही है कि बोफोर्स घोटाले में ओटावियो क्वात्रोची पर मामला दर्ज होना चाहिए. अपने ट्वीटर हैंडल पर उन्होंने यह बातें पोस्ट की है. इतना ही नहीं असम सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री पीजुष हजारिका ने तस्वीरें जारी करते हुए अनुप सिंह की कलई खोल दी है. वहीं असम के सीएम ने कहा है कि झारखंड कांग्रेस के विधायक जयमंगल सिंह ने जानबूझ कर उनका नाम घसीटा है और एक विवादित एफआइआर दर्ज कर अपनी ही पार्टी के तीन विधायकों के विरुद्ध कार्रवाई की है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा शर्मा ने कहा है कि जयमंगल सिंह उन्हें काफी दिनों से जानते हैं. अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि काफी करीबी होने के बाद उनसे मिलने के लिए जयमंगल सिंह क्यों किसी बिचौलिये के माध्यम से उन तक पहुंचने की कोशिश की.
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मामले में अनुप सिंह ने दी सफाई
आज विधानसभा परिसर में पत्रकारों से विधायक अनुप सिंह ने कहा कि वे कोयला यूनियन के मामलों को लेकर प्रह्लाद जोशी से मिलने गए थे. तीन दिनों मे विधायक अनुप सिंह ने कई बार अपना बयान बदला है. असम के मंत्री पीजूस हजारिका ने झारखंड के मुख्यमंत्री से ऐसे भ्रष्ट कारनामे को लेकर अनुप सिंह पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है. अनुप सिंह लगातार कई बार से असम के मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं. उधर पूर्व विधायक फुरकान अंसारी ने अरगोड़ा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी पर ही सवाल उठा दिया है. उन्होंने कहा है कि दर्ज करायी गयी प्राथमिकी की तिथि में कई तरह की गड़बड़ियां हैं. एक साजिश के तहत उनके बेटे को फंसाने की कोशिश विधायक अनुप सिंह ने किया है.