Sunday, May 5 2024 | Time 23:27 Hrs(IST)
 logo img
  • लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को खुले रहे डाकघर, 1500 लोगों के घर पहुंचाया गया Voter ID कार्ड
  • लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को खुले रहे डाकघर, 1500 लोगों के घर पहुंचाया गया Voter ID कार्ड
  • आजादी से आज तक फुलवरिया बिरहोर टोला में नहीं पहुंची बिजली, ग्रामीणों ने लिया वोट बहिष्कार का फैसला
  • आजादी से आज तक फुलवरिया बिरहोर टोला में नहीं पहुंची बिजली, ग्रामीणों ने लिया वोट बहिष्कार का फैसला
  • झारखंड ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के वार्षिक अधिवेशन का तीसरा दिन
  • झारखंड ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी के वार्षिक अधिवेशन का तीसरा दिन
  • ईचागढ़ भाजपा विधानसभा कोर कमेटी की बैठक, चुनाव की तैयारीयों पर हुई चर्चा
  • ईचागढ़ भाजपा विधानसभा कोर कमेटी की बैठक, चुनाव की तैयारीयों पर हुई चर्चा
  • WhatsApp लेकर के आया है न्यू फीचर, आसान हो जाएगा ये काम
  • WhatsApp लेकर के आया है न्यू फीचर, आसान हो जाएगा ये काम
  • झापा प्रत्याशी के समर्थन में घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहें हैं एनोस एक्का
  • झापा प्रत्याशी के समर्थन में घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहें हैं एनोस एक्का
  • पश्चिमी सिंहभूम, लोहरदगा एवं पलामू के पुलिस व सुरक्षा बल के 168 जवानों ने डाकमतपत्र से किया मतदान
  • बैंक कर्मचारियों को अब सफ्ताह में मात्र इतने दिन ही करने होंगे काम इस दिन से मिलेगी मंजूरी
  • बैंक कर्मचारियों को अब सफ्ताह में मात्र इतने दिन ही करने होंगे काम इस दिन से मिलेगी मंजूरी
झारखंड


50 लिव इन पार्टनर्स की हुई एक साथ शादी, झारखंड में हुई अनोखे विवाह की पहल, जाने पूरी रिपोर्ट

50 लिव इन पार्टनर्स की हुई एक साथ शादी, झारखंड में हुई अनोखे विवाह की पहल, जाने पूरी रिपोर्ट

न्यूज11 भारत


रांची: झारखंड में साल-दर-साल से हजारों जोड़ियां लिव इन रिलेशनशिप जैसे रिश्ते के साथ रहती चली आ रही हैं. बता दें कि झारखंड के जनजातीय बहुल इलाकों में ऐसे कई रिश्तों की उम्र तो 40-50 साल की हो चुकी है. जनजातीय क्षेत्रों में इस लिव-इन के रिश्ते को लोग ‘ढुकु’के नाम से जानते हैं. अब झारखंड में  उन  रिश्तों को कानूनी और सामाजिक मान्यता दिलाने की मुहिम चल रही है.

 

बता दें झारखंड में ऐसी हजारों जोड़ियां है जो एक छत के नीचे एक साथ बरसों से रह रही है लेकिन बहुतेरे कारणों से अपने रिश्ते को शादी का नाम नहीं दे पातीं. ऐसे में कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं की पहल पर पिछले चार-पांच वर्षों से ऐसे लिव इन के रिश्तों को कानूनी और सामाजिक मान्यता प्राप्त कराने के लिए ऐसी जोड़ियों के सामूहिक विवाह का अभियान शुरू हुआ है.

 

बता दें झारखंड के खूंटी जिला मुख्यालय में स्वयंसेवी संस्था निमित्त की ओर से आयोजित एक समारोह में 50 ऐसी ही जोड़ियां सामाजिक और कानूनी तौर पर शादी के बंधन में बंध गईं. बतातें चले कि इस मौके पर जिले के डीसी शशि रंजन एवं उपविकास आयुक्त नीतीश कुमार सिंह सहित कई अतिथि मौजूद रहे. डीसी शशि रंजन ने कहा कि लिव इन रिलेशन में रहने वाले परिवारों के लिए यह उम्मीद भरा कार्यक्रम है.

 


 

विवाह बंधन में बंध रहे दंपतियों को जिला प्रशासन की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा और उनके विवाह का निबंधन भी कराया जाएगा. वहीं संस्था की सचिव निकिता सिन्हा ने बताया कि झारखंड के जनजातीय इलाकों में ऐसी कई जोड़ियां चिन्हित की गयी हैं, जो वर्ष से ढुकु रिश्ते के नाम पर एक घर में रह रही हैं लेकिन आज तक सामाजिक और कानूनी तौर पर उनकी शादी मान्य नहीं है. 

 

बता दें झारखंड में ढुकु परंपरा के पीछे की सबसे बड़ी वजह यहां की आर्थिक मजबूरी है. क्योंकि आदिवासी समाज में यह अनिवार्य परपंरा है कि शादी के उपलक्ष्य में पूरे गांव के लिए भोज का इंतजाम किया जाता है. ये भोज के लिए मीट-चावल के साथ पेय पदार्थ हड़िया का भी इंतजाम करना अनिवार्य है. ऐसे में कई लोग गरीबी की वजह से इस प्रकार की व्यवस्था नहीं कर पाते.

 

यही बड़ी वजह बनती जिसके कारण वे बिना शादी किए साथ में रहने लगते हैं. ज्यादातर जोड़ियों की कई संतानें भी हैं. मगर समाज की प्रथाओं के कारण अनुसार शादी न होने की वजह से इन संतानों को जमीन-जायदाद पर अधिकार नहीं मिल पाता यही नहीं बच्चों को पिता का नाम भी नहीं मिल पाता. मालूम हो कि झारखंड में ढुकु शब्द का अर्थ है ढुकना या घुसना.

 

वहीं जब कोई महिला बिना शादी किए ही किसी पुरुष के घर में घुस जाती है यानी रहने लगती है तो उसे ढुकनी के नाम से जाना जाता है और ऐसे जोड़ों को ढुकु कहा जाता है. ऐसी महिलाओं को आदिवासी समाज सिंदूर लगाने की भी अनुमति नहीं देता. 
अधिक खबरें
आजादी से आज तक फुलवरिया बिरहोर टोला में नहीं पहुंची बिजली, ग्रामीणों ने लिया वोट बहिष्कार का फैसला
मई 05, 2024 | 05 May 2024 | 10:40 AM

आजादी से आज तक फुलवरिया बिरहोर टोला में बिजली नहीं रहने के कारण यहां के निवासियों द्वारा इस चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लेने पर शासन से लेकर प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है. इस टोले में 75-80 घर हैं, जिसकी आबादी 500-550 है.

ईचागढ़ भाजपा विधानसभा कोर कमेटी की बैठक, चुनाव की तैयारीयों पर हुई चर्चा
मई 05, 2024 | 05 May 2024 | 9:42 PM

चांडिल डैम रोड के अन्नपूर्णा बैंक्विट हॉल में भाजपा के चांडिल मध्य मंडल का चुनावी कार्यालय का विधिवत रूप से फीता काटकर ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, रांची लोकसभा के संयोजक संजीव विजयवर्गीय, ईचागढ़ के विधानसभा संयोजक मधु गोराई और सह संयोजक सारथी महतो द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.

दोबारा झारखंड दौरे पर आएंगे पीएम मोदी, 12 मई को चतरा और 16 मई को कोडरमा में करेंगे जनसभा को संबोधित
मई 05, 2024 | 05 May 2024 | 8:08 AM

हाल ही में राज्य के दौरे से वापस लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मई को दोबारा झारखंड की धरती पर आएंगे. इस दौरान वह चतरा और कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मई को चतरा लोकसभा के सिमरिया के मुरुवे मैदान में दोपहर 3 बजे आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री 16 मई को भी झारखंड आएंगे. वह गिरिडीह जिला अंतर्गत बिरनी प्रखंड के पेशमअरवाड़ मैदान में सुबह 8 बजे से आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे.

बैंक कर्मचारियों को अब सफ्ताह में मात्र इतने दिन ही करने होंगे काम. इस दिन से मिलेगी मंजूरी
मई 05, 2024 | 05 May 2024 | 8:04 AM

क कर्मचारियों के द्वारा हफ्ते में दो दिन की छुट्टी को लेकर भारतीय बैंक संघ और कर्मचारी युनियन के बीच पहले ही एक समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं बस इसपर सरकार की मंजूरी बाकी रह गई है. बैंक कर्मचारी की दो दिनों की छुट्टी की मांग को बहुत जल्द पूरी की जा सकती है.

सीता सोरेन का शिकारीपाड़ा में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन, नलिन सोरेन को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेने का किया आह्वान
मई 05, 2024 | 05 May 2024 | 7:50 PM

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के जामकान्दर में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित हुआ. जिसमें शिकारीपाड़ा के पूर्वी और पश्चिमी दोनों मंडल के बूथ स्तरीय कार्यकर्ता मौजूद थे, इसलिए इसे संयुक्त कमेटी सम्मेलन का नाम दिया गया.