पश्चिम बंगाल कैबिनेट में 43 टीएमसी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण के अवसर पर राजभवन में एक समारोह का आयोजन किया गया है. इस मौके पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद रहे. राजभवन में कोविड गाइडलाइन्स का पालन करते हुए सभी कैबिनेट मंत्रियों, स्वतंत्र प्रभार, राज्य मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई, इस मौके पर ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राजभवन में सभी नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. ममता बनर्जी ने 5 मई को रिकॉर्ड तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी सहित कुल 17 नए चेहरे उन 43 टीएमसी नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें बनर्जी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. इसमें 24 कैबिनेट मंत्री, 10 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 9 राज्य मंत्री शामिल हैं.
कैबिनेट मंत्रियों की सूची इस प्रकार है
सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, अमित मित्रा, साधना पांडे, ज्योति प्रिया मल्लिक, बंकिम चंद्र हाजरा, मानस रंजन भूनिया, सौम्य कुमार महापात्रा, मोलोय घटक, अरूप बिस्वास, उज्ज्वल बिस्वास, अरूप रॉय, अरूप रॉय फ़रहाद हकीम, चंद्रनाथ सिन्हा, शोभनदेब चट्टोपाध्याय, ब्रत्य बसु, पुलर रॉय, शशि पांजा, मो. गुलाम रब्बानी, बिप्लब मित्रा, जावेद अहमद खान, स्वपन देबनाथ और सिद्दीकुल्ला चौधरी.
स्वतंत्र प्रभार वाले 10 राज्य मंत्री हैं
बेचारम मन्ना, सुब्रत साहा, हुमायूं कबीर, अखिल गिरी, चंद्रिमा भट्टाचार्य, रत्ना डे नाग, संध्याणी टुडू, बुलू नायक बारिक, सुजीत बोस और इंद्रनील सेन। 9 राज्य मंत्री हैं: दिलीप मोंडल, अखरुज्जमां, सेउली साहा, श्रीकांत महतो, यस्मीन सबीना, बीरबाहा हांसदा, ज्योत्सना मंडी, प्रवेश परेश चंद्र और मनोज तिवारी.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं, लेकिन चुनाव 292 सीटों के लिए हुए थे. जंगीपुर और समसीज सीटों के लिए उम्मीदवारों की मौत के कारण मतदान टाल दिया गया. विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस 213 सीटों पर विजयी हुई और आठ चरणों के चुनाव के दौरान हुए कुल मतों में से 47 प्रतिशत वोट हासिल किए. भारतीय जनता पार्टी अब राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी है, जिसने 77 सीटें जीती हैं. कांग्रेस-वाम गठबंधन एक भी सीट पर जीत हासिल करने में असफल रहा.