सरफराज कुरैशी, न्यूज11 भारत
रांची : कोरोना महामारी के दौरान दर्जनों बच्चों के सिर से माता या पिता का साया उठ गया. कई बच्चे ऐसे हैं जिसके सिर पर अब दोनों का साया नहीं है. यह दुखद है क्योंकि, माता-पिता की कमी कभी दूर नहीं हो सकती. इस बीच जहां कई बच्चों के माता-पिता का साथ छूटा तो 40 अनाथ व लावारिस बच्चों को नया परिवार और आशियाना भी मिला. दरअसल, राहत भरी खबर यह है कि रांची के दो दत्तक ग्रहण संस्था से कोरोना महामारी के दौरान केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण (कारा) के माध्यम से 40 बच्चों को नए माता-पिता मिले. आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो कोरोनाकाल में यानि अप्रैल 2020 से लेकर अगस्त 2021 के बीच 22 लड़की और 18 लड़कों को गोद लिया गया.
बेटियों को ज्यादा दंपत्ति ने लिया गोद
आम तौर पर माना जाता है कि कई लोगों को बेटों की चाहत होती है. बेटियों के नहीं रहने पर मां को ताने भी सुनने पड़ते हैं. मगर रांची के दत्तक ग्रहण संस्थान से नए परिवार में जाने वाले बच्चों के आंकड़े पर नजर डाली जाए तो बेटों की तुलना में बेटियों को अधिक संख्या में गोद लिया गया. वर्ष 2016 से 2021 तक के आंकड़े पर नजर डाली जाए तो 226 बच्चों को दंपत्तियों ने गोद लिया. इनमें 126 बेटियां और 100 बेटों को गोद लिया गया.
विदेशी दंपत्ति भी बने मां-बाप, इनको भी बेटी ही ज्यादा पसंद
अनाथ-लवारिस बच्चों को गोद लेने वालों में देश ही नहीं विदेश की दंपत्तियां भी शामिल हैं. देश की तरह विदेश में भी बेटियों ही ज्यादा पसंद आईं. वर्ष 2016 से लेकर अब तक कुल 28 बच्चों को विदेशी दंपत्तियों ने नया आशियाना दिया. इनमें 20 बेटी और 8 बेटे शामिल हैं.
पसंद के आधार पर दिए जाते हैं बच्चे
केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण (कारा) में ही बच्चों को कानूनी तौर पर गोद लेने के लिए आवेदन करना पड़ता है. विदेश में रहने वाले दंपत्ति भी इसके माध्यम से ही आवेदन करते हैं. इच्छुक व्यक्ति को अपना पूरा ब्योरा देने के साथ खुद के कितने बच्चे हैं, इसकी जानकारी भी देनी होती है. इसके अलावा बेटा या बेटी किसे गोद लेना चाहते हैं यह भी बताना होता है. किसी दंपत्ति को बेटा या बेटी का कोई च्वाइस नहीं है तो यह भी लिखना होता है. किस उम्र का बच्चा चाहिए. नॉर्मल, फिजिकल या मेंटल चैलेंज किस प्रकार का बच्चा लेना है यह भी बताना होता है.
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किस वर्ष कितने बच्चों को लिया गया गोद
वर्ष |
लड़का |
लड़की |
2016-17 |
23 |
31 |
2017-18 |
33 |
38 |
2018-19 |
16 |
21 |
2019-20 |
09 |
15 |
2020-21 |
16 |
14 |
2021-22 |
03 |
07 |