Friday, Apr 19 2024 | Time 22:15 Hrs(IST)
 logo img
  • कोडरमा और रघुनाथपुर में दो यूनिट को मिली हरी झंडी, चंद्रपुरा में लगेगा थर्मल पॉवर प्लांट
  • ललन चौबे को पार्टी से जाने पार्टी में मजबूती आएगी-अनूप सिंह
  • मोबाइल में गेम खेलने की आदत के कारण युवक ने फांसी लगाकर किया आत्महत्या
  • 80 फीसदी पार तक मतदान के लिए जागरूकता अभियान
  • गर्मी में रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी! भारतीय रेल ने शुरू की समर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
  • कांग्रेस के घमासान पर कौन लगाए लगाम ?
  • कांग्रेस के घमासान पर कौन लगाए लगाम ?
  • धनबाद मंडल कारा में छापेमारी, DC और SSP के नेतृत्व में भारी संख्या में पहुंचे पुलिस बल के जवान
  • कांग्रेस के कद्दावर नेता ललन चौबे ने पार्टी से दिया इस्तीफा, अनुपमा सिंह को प्रत्याशी बनाने पर जताया विरोध
  • हत्यारे प्रेमी से भागकर प्रेमिका ने रचाई शादी, फिर परिजनों ने
  • जैक बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में प्रोबिन, अनूप और संजय महाकुड़ रहे पूर्वी सिंहभूम जिला के टॉपर
  • ब्राउन शुगर का सप्लाई करने बिहार से रांची पहुंचे तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • ब्राउन शुगर का सप्लाई करने बिहार से रांची पहुंचे तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • MS धोनी से जुड़े 15 करोड़ फर्जीवाड़ा मामले में आरोपी मिहिर दिवाकर को कोर्ट ने जारी किया समन
  • NTPC परियोजना परिसर में लगी भीषण आग, लोगों में मची अफरा-तफरी
NEWS11 स्पेशल


माली में फंसे झारखंड के 33 मज़दूर, सोशल मीडिया के जरिये वतन वापसी की गुहार

माली में फंसे झारखंड के 33 मज़दूर, सोशल मीडिया के जरिये वतन वापसी की गुहार
न्यूज11 भारत

हजारीबागः गिरिडीह और हजारीबाग से ताल्लुक रखने वाले 33 मजदूरों ने साउथ अफ्रीका के माली से अपने वतन वापसी की गुहार लगाई हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मजदूरों ने भारत सरकार और झारखंड सरकार के नाम त्राहिमाम संदेश भेजा है. कंपनी की ओर से पिछले तीन महीने का वेतन नहीं मिलने से दाने-दाने के लिए मोहताज हैं.

 


 

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फसे जाते हैं. पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं. इस मामले में भी ब्रोकर इन मजदूरों को ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर साउथ अफ्रीका के माली पहुंचा दिया. लेकिन जब वहां काफी कम मेहनताने पर काम कराया जाने लगा तो मजदूर ठगे से महसूस कर रहे हैं और वापसी की गुहार लगा रहें हैं. वहीं प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं और पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं. जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर विदेशो में भेज देते हैं और वे विदेश जाकर फंस जाते हैं. ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत हैं.
अधिक खबरें
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
अप्रैल 08, 2024 | 08 Apr 2024 | 1:56 AM

हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा से खास बातचीत, बेबाकी से रखी अपनी बात
अप्रैल 05, 2024 | 05 Apr 2024 | 9:36 AM

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अपने आवास ऋषभ वाटिका में हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की राजनीति के अलावे देश के बड़े मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 1984 में भले ही हजारीबाग संसदीय क्षेत्र की जनता ने मुझे महज 10 हुजार 727 वोट दिया लेकिन मुझे इन वोटों के साथ एक निर्वाचन क्षेत्र मिल गया. मैं जब चाहूं हजारीबाग में भाजपा को दो फाड़ कर सकता हूं. इन 40 वर्षों के अपने इ

महुआ बन रहा ग्रामीणों के आर्थिक संरचना का आधार: बिचौलियों के कारण नहीं मिल रहा ग्रामीणों को उचित मूल्य
मार्च 28, 2024 | 28 Mar 2024 | 11:25 AM

झारखण्ड के दक्षिणी छोर पर बसे सिमडेगा की मुख्य आर्थिक संरचना वन उत्पादों पर आधारित है. कल कारखानों से रहित इस जिले मे मुख्य जीविका वनो से निकली उत्पादो पर ही अधारित हैं इन मे से सबसे महत्वपुर्ण उत्पाद महुआ है.

Summer Vacation: अगर आप भी गर्मी में कर रहे है घूमने का प्लान तो जरूर विजिट करें देश की ये बेस्ट जगहें
मार्च 18, 2024 | 18 Mar 2024 | 1:20 AM

हमारा भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए जगह बदल जाती है. अब लोगों को लगभग लगभग ठंड से राहत मिल गयी है. वहीं अब गर्मी का मौसम आने वाला ही है. ऐसे में लोग अभी से ही गर्मियों की छुट्टी में घूमने का प्लान बना लेते है. अगर आप भी घूमने का प्लान बना

महिलाओं को सफर में नहीं लेना होगा टेंशन क्योंकि अब साथ है 'मेरी सहेली'
मार्च 15, 2024 | 15 Mar 2024 | 3:21 AM

दिन-ब-दिन महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. ट्रेन हो या चाहे बस कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसे में सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह की योजना लाई जाती है. मेरी सहेली योजना भी एक ऐसी योजना है, जिसमें महिलाओं को यात्रा के समय सुविधाएं दी जाती है.