नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रयास से DAY-NULM के तहत पुणे की कंपनी में मिली नौकरी, नगरीय प्रशासन निदेशालय ने CIPET से दिलाया था प्रशिक्षण
रांची: झारखंड के 15 युवाओं को नियुक्ति पत्र मिला. ये ऐसे छात्र है जो महज 10वीं पास करने के बाद दो माह का प्रशिक्षण प्राप्त किए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रदेश के युवाओं के भविष्य को लेकर संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि ऐसे छात्रों को पुणे की प्रतिष्ठित कंपनी अच्छे पैकेज पर सीधे बुला रही है. सोमवार को राज्य सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग अंतर्गत नगरीय प्रशासन निदेशालय कार्यालय में बड़की सरैया नगर पंचायत के ऐसे हीं 15 युवाओं को मात्र दो माह के प्रशिक्षण पर प्रतिमाह 17 हजार पांच सौ रुपए की सैलरी पर नियुक्ति पत्र दिया गया. इनमें से कुछ छात्र मैट्रिक के बाद इंटरमीडिएट और कुछ स्नातक की शिक्षा ले रहे हैं.
निदेशक ने दिया नियुक्ति पत्र
नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने युवाओं को नियुक्ति पत्र देने से पहले कहा कि सभी युवाओं को यहीं नहीं रुकना है. आप अपने कार्य में निपुण होकर आगे का अवसर तलाशें, आगे की पढ़ाई भी जारी रखें. अपने शहर से दूर जा रहे हैं तो संयमित होकर कार्य करें. आमदनी से कुछ बचत कर परिवार को भी आर्थिक मदद पहुंचाएं. उन्होंनें कहा कि मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से और नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव के मार्गदर्शन में हम और भी युवाओं को इस प्रकार की नौकरी उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं.
DAY-NULM के तहत मिली है नौकरी
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के घटक EST & P अंतर्गत बड़की सरैया नगर पंचायत के कुल 16 युवकों को Central Institute of Petrochemicals Engineering & Technology (CIPET) के द्वारा रांची में 480 घंटे का Mechine Opretor Assistant Plastic processing के जॉब रोल पर आवासीय प्रशिक्षण दिया गया था. जिसके बाद पुणे की जयहिंद ऑटोटेक इंडस्ट्रीज नें 16 में से 15 युवाओं को कैंपस सेलेक्शन के तहत 17500रु/ प्रति माह पर रख लिया है. सभी युवा 22 नवंबर को हीं पुणे के लिए रवाना हो गए. ये य़ुवा इंजेक्शन मशीन, मॉडलिंग मशीन और एक्जेक्यूटर चलाने के लिए प्रशिक्षण लिए हैं. खास बात ये भी है कि इन युवाओं को नौकरी लगने के बाद भी तीन माह तक राज्य सरकार 1500 रुपए प्रति माह की दर से सहयोग राशि भी देगी.
युवाओं में दिखी खुशी
नियुक्ति पत्र लेने वाले वाले युवाओं में गजब की खुशी दिखी. नियुक्ति पत्र लेने वाले बड़की सरैया के आदित्य कुमार नें बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति सही नही है. इस नौकरी से उसके घर की माली हालत ठीक होगी. वो स्नातक की पढ़ाई कर रहा है और आगे भी अब पढ़ाई जारी रख सकता है. वहीं, नियुक्ति पत्र पाने वाले अजीत कुमार ने कहा कि मुझे पता चला कि नगरपालिका में ऐसी कोई योजना चल रही है. इसी क्रम में नगर पंचायत के सिटी मैनेजर मुझसे संपर्क किए और प्रशिक्षण के लिए काउंसेलिंग कराया. अब मुझे पुणे जैसे जगह पर नौकरी मिली है मैं बेहद खुश हूं.