फराह खान/न्यूज़11 भारत
दिल्ली: ‘हुनर किसी का मोहताज नहीं होती’ इस बात को सच कर दिखाया 15 साल के राजन ने. इस बच्चे ने एक ऐसी e-scooty को तैयार किया है जो 3 रुपया में 70 km का सफर तय करेगी! है ना महंगाई पर वार,बढ़ते पेट्रोल डीज़ल के दाम को अंकुश लगाने का यह अनोखा स्कीम. यह सच है कि बढ़ते पेट्रोल, डीज़ल की कीमतों ने आपकी जेब ढीली कर रखी है तो ये खुशखबरी आपके लिए है. तेल की कीमतें भले ही आसमान छूती रहें. लेकिन आपके सफ़र का रंग जमाने के साथ जारी रहेगा. जी हां, महज तीन रुपये की लागत में आप 70 किलोमीटर का सफर तय कर सकते हैं.
दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले नौवीं क्लास के छात्र राजन ने फिर से एक बार कमाल कर दिखाया है. बता दें कि इससे पहले न्यूज़11 भारत ने दिखाया था कि राज ने रॉयल एनफील्ड बाइक को ई-बाइक में तब्दील कर दिया था और वो अपने पिता को गिफ़्ट की थी. इस बार राजन ने अपनी माँ के लिए ई-स्कूटी बनायी है. राजन ने बताया कि यह मात्र तीन रुपये की बिजली में 70 किलोमीटर चलेगी. राजन को नयी नयी चीजें बनाने का शौक है. उन्होंने कहा कि बाइक हर कोई आसानी से उसका वजन अधिक होने की वजह से नहीं चला पाता है. तो राजन ने सोचा कि कुछ ऐसा बनाया जाए जो सब चला पाए. बता दें कि ई-स्कूटी को बनाने के लिए भी तीन दिन का ही समय लगा है. इसमें करीब 35 हज़ार रुपये का खर्चा आया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इसे एक बार चार्ज करने पर 70 से 80 किलोमीटर तक आसानी से चलाया जा सकता है. चार्ज करने के लिए दो से ढाई घंटे में फुल चार्ज हो जाता है. उन्होंने कहा कि इसकी अधिकतम स्पीड 45 है. इसमें फिलहाल चार बैटरी लगी हुई है. साथ ही कहा कि बैटरी की चार्जिंग और स्टेटस स्पीड के लिए एक डिजिटल इंडिकेटर भी लगाया गया है और राजन ने कहा कि अगर इसमें पांच बैटरी लगा दी जाएगी, तो इसकी क्षमता में इजाफा हो जाएगा.
इसे भी पढ़े...भारत ने 99 देशों को संगरोध-मुक्त प्रवेश की अनुमति दी
राजन के पिता का कहना है मुझे गर्व है की यह इस उम्र में यह इतना कुछ कर लेता है. पहले e-bullet और अब e-scooty. पैसे की वजह से थोड़ा परेशान है लेकिन मुझे मेरी कंपनी से मदद मिल रही है. ई-स्कूटी बनाने के लिए जहां पर वह काम करते हैं, मालिक नितिन कपूर ने पूरा सहयोग दिया है. साथ ही भरोसा दिया है कि वह राजन का हर संभव सहयोग करेंगे. इसके अलावा राजन के पिता ने कहा कि आने वाले समय भी ई-बाइक का ही है.
राजन की मां से बात राजन की मां का कहना है की राजन लॉकडाउन से लगा था वह कुछ ना कुछ किया करता था. इस दौरान उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि यह सब कुछ देख अच्छा लग रहा है, लेकिन आर्थिक तौर पर मजबूरियां है. ऐसे में सरकार से उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार सभी का सहयोग करती है. उम्मीद है कि राजन के सपनों को पूरा करने में भी सहयोग करेगी.
राजन के शिक्षक संतराम ने कहा कि राजन की शुरुआत साइकिल से हुई थी. उसके बाद उन्होंने प्रयोग रॉयल एनफील्ड पर किया जो कि काफी भारी वाहन है और सफल रहे. हर कोई उसे आसानी से नहीं चला सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए ई-स्कूटी बनाई है जो कि हर कोई आसानी से चला सकेगा.