आसिफ नईम/न्यूज11 भारत
रांची: स्वतंत्रता सेनानी वीर बुधु भगत का 10वां वंशज तीरंदाजी में करियर बना रहा है. रांची जिले के चान्हो प्रखंड स्थित सिलागांई गांव के रोशन भगत सिल्ली तीरंदाजी सेंटर में सुबह व शाम निशाना साध रहे हैं. 14 साल के रोशन इंडियन राउंड में नेशनल स्तर के टूर्नामेंट में पदक जीतकर अपना लोहा मनवा चुका है. माता-पिता खो चुके रोशन ने कम उम्र में ही तीर चलाना शुरू कर दिया था. गरीबी के कारण वे अपने खेल को निखार नहीं पा रहा था. लेकिन सिल्ली तीरंदाजी सेंटर में आते ही रोशन के खेल में निखार आने लगा. सुबह व शाम 3-3 घंटा प्रैक्टिस कर देश के लिए पदक जीतना ही रौशन का एक सपना है. स्कूल नेशनल से लेकर सब जूनियर स्तर के टूर्नामेंट में रोशन पदक जीत चुका है.
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स्कूल ने गोद ले रखा है
रौशन के माता-पिता बचपन में ही गुजर गए थे. उनके बड़े पिता व बड़ी मां ने पाला. रौशन को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दिए. लेकिन गरीब के कारण रौशन का भविष्य बना नहीं पा रहे थे. सिलागांई गांव में एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व खेलमंत्री सुदेश महतो से रौशन के बड़े पिता व बड़ी मां ने रौशन के बारे में बताया. उसके माता-पिता नहीं है, आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है, वह तीरंदाज बनना चाहता है. इसके बाद रौशन का सिल्ली तीरंदाजी सेंटर में एडमिशन हुआ. खाने-पीने, रहने से लेकर खेलने तक का इंतजाम सेंटर में ही मुहैया कराया गया है. रौशन अभी आदर्श उच्च वि. मुरी में क्लास-9 में पढ़ रहा है. स्कूल प्रबंधन रौशन की शिक्षा में मदद कर रहा है. उसे स्कूल में नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है.